रांची: फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन, झारखंड (फुटाज) ने रांची विवि के कुलपति को चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान सात अगस्त 2013 तक नहीं हुआ, तो 11 अगस्त को राजभवन के समक्ष प्रदर्शन करेंगे. शिक्षकों ने बुधवार को विवि के मुख्य भवन के समक्ष धरना दिया. प्रदर्शन भी किया. इस मौके पर डॉ बब्बन चौबे की अध्यक्षता में सभा भी हुई. दोपहर दो बजे शिक्षकों के साथ कुलपति व प्रतिकुलपति की वार्ता हुई. वार्ता में सीसीडीसी डॉ पीके सिंह व डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ प्रीतम कुमार भी मौजूद थे.
वार्ता के क्रम में शिक्षकों व विवि प्रशासन के बीच नोक-झोंक भी हुई. शिक्षकों ने कुलपति को 21 सूत्री मांगों का ज्ञापन दिया और सभी विंदु पर बात की. शिक्षक बकाया का भुगतान नहीं होने, बायोमैट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज कराने की बाध्यता व डोरंडा कॉलेज में बिना कारण पूछे सात शिक्षकों को डिबार किये जाने से खासे नाराज थे. शिक्षकों ने कहा कि बायोमैट्रिक सिस्टम लगाये जाने के बाद हमलोगों को इसके उपयोग की लिखित जानकारी नहीं दी गयी.
उपस्थिति दर्ज कराने की बाध्यता शिक्षकों के मान सम्मान के खिलाफ है. इस मौके पर डॉ करमा उरांव, डॉ एके मलकानी, डॉ हरिओम पांडेय, डॉ मिथिलेश, डॉ एलके कुंदन, डॉ कंजीव लोचन, डॉ धीरेंद्र त्रिपाठी, डॉ एसके झा, डॉ अमिताभ भारती, डॉ एके डेल्टा, डॉ मीना कुजूर, डॉ उषा किरण, डॉ पीपी आशुतोष, डॉ जावेद, डॉ राजीव रंजन, डॉ विजय, डॉ संजय चक्रवर्ती, डॉ पुष्पा सिंह, डॉ अयूब, डॉ एनके सोरेन , डॉ सुधा उपाध्याय आदि मौजूद थे.