रांची: रांची पुलिस लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर लगभग हर रोज हेलमेट चेकिंग अभियान चलाती है. ट्रैफिक पुलिस की ओर से इसके लिए कई बार सख्ती भी बरती जाती है, इसके बावजूद बाइक चलाने के मामले में लोग लापरवाही बरतते हैं और सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा देते हैं.
जनवरी से नवंबर माह तक राजधानी के लालपुर, गोंदा, चुटिया कोतवाली और जगन्नाथपुर ट्रैफिक थाने की पुलिस ने 7,482 लोगों को बगैर हेलमेट के वाहन चलाते पकड़ा और इनसे जुर्माने की वसूली की गयी. जुर्माना के रूप में कुल 6.73 लाख 380 रुपये की वसूली हुई.
पुलिस से बचने के लिए चौक पर पहन लेते हैं हेलमेट : कुछ लोगों को लगता है कि पुलिस हेलमेट चेकिंग अभियान वसूली के लिए चलाती है. कई बार देखा गया है कि कई युवा अपने अभिभावकों को दिखाने के लिए घर से हेलमेट पहन कर निकलते हैं, लेकिन रोड पर आते ही हेलमेट उतार कर बाइक में टांग लेते हैं. चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस को देखते ही हेलमेट पहन लेते हैं. बाद में फिर हेलमेट उतार लेते हैं. ऐसी स्थिति में कई बार वाहन दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठते हैं.
केस स्टडी
14 अप्रैल : हरमू मुक्तिधाम के समीप स्कूल बस ने बाइक सवार दो छात्रों को कुचला था. दोनों छात्र पिस्का मोड़ के समीप बैंक कॉलोनी के रहनेवाल्ठ्ठो थे और बचपन के मित्र थे. दोनों छात्रों ने हेलमेट नहीं पहना था.
केस स्टडी
19 सितंबर : नामकुम के जोरार के समीप बुलेट पर सवार एक मीडिया कर्मी की मौत हुई थी. उन्होंने भी हेलमेट नहीं पहना था. देर रात वे रांची से अपने घर लौट रहे थे, उसी दौरान दुर्घटना हुई थी.
केस स्टडी
18 दिसंबर: मांडर के मुड़मा में बाइक सवार दो युवकों को ट्रक ने धक्का मार दिया था. एक की मौत घटनास्थल पर हो गयी थी,जबकि दूसरे ने रिम्स में दम तोड़ दिया था. इस घटना में हेलमेट नहीं
पहना था.
केस स्टडी
21 दिसंबर: कांके के सुकरहुट्ट के समीप रिंग रोड पर बाइक सवार ने एक साइकिल सवार 12 वर्षीय किशोर को धक्का मार दिया था. किशोर की घटनास्थल पर मौत हो गयी थी. घटना में सिमलिया निवासी बाइक सवार भी जख्मी हो गया था. उसे रिम्स ले जाया गया था, वहां उसकी मौत हो गयी थी.