रांची: नवगठित सरकार के मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह को इस्तीफे के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता. यह उनकी मरजी पर निर्भर करता है.
अपने आवास पर बातचीत के क्रम में श्री सिंह ने कहा कि अध्यक्ष के इस्तीफे देने या न देने से सरकार में शामिल विधायकों की संख्या पर कोई फर्क नहीं पड़ता. अभी लोग केवल विधानसभा अध्यक्ष के इस्तीफे की चर्चा कर रहे हैं, जबकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि अध्यक्ष कौन है.
अध्यक्ष के प्रति अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया होती है. अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद होता है. उन्होंने सहयोगी दलों के विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि अध्यक्ष के प्रति अनावश्यक बातें नहीं की जानी चाहिए. 18 जुलाई को सरकार के विश्वास मत को लेकर वह आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा कि सरकार विश्वास मत हासिल कर लेगी. वह सरकार के गंठबंधन में शामिल विधायकों से दस्तखत करा कर सदन को सौंप देंगे. श्री सिंह ने कहा कि निर्दलीय बेफिक्र रहें. उनको पूरी मर्यादा दी जायेगी. सही तरीके से रहेंगे तो उनको सिर पर बिठा कर रखा जायेगा.