रांची: चतरा के इटखोरी थाना से डेढ़ किमी की दूरी पर नक्सलियों की ओर से पुलिस की गाड़ी को पहले लैंड माइन ब्लास्ट कर उड़ाया गया था. पुलिस के जवान बुलेट प्रूफ वाहन रक्षक पर सवार थे.
ब्लास्ट के बाद वाहन ब्लास्ट से बने गड्ढे में लुढ़क गया था. ब्लास्ट के बाद नक्सलियों ने पुलिस को संभलने का मौका दिये बगैर पास के टीले के पीछे से फायरिंग शुरू कर दी थी. नक्सली टॉर्च जला कर पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे थे. घटनास्थल का मुआयना करने वाले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों की गोली से बुलेट प्रूफ वाहन के एक शीशे में छेद हो गयी है.
पुलिस के अधिकारी शीशे में छेद होने की घटना से आश्चर्यचकित हैं. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि बुलेट प्रूफ शीशा में छेद कैसे हो गया. जानकारी के मुताबिक पुलिस के जवान हर शाम गश्ती पर निकलते थे. गश्ती के दौरान पुलिस के जवान ईटखोरी के भद्रकाली मंदिर के पीछे के रास्ते (प्रेमनगर जाने के रास्ते) से भी हर दिन गुजरते थे. नक्सलियों ने पुलिस की इसी नियमित गश्ती को घेर कर घटना को अंजाम देने की योजना बनायी थी. जिस इलाके में घटना घटी है, वहां नक्सली हो सकते हैं, पुलिस ने ऐसा सपने में भी नहीं सोचा था.
दो विधायकों का किया था स्कॉट
पता चला है कि जिन पुलिसकर्मियों को नक्सलियों ने निशाना बनाया, उन पुलिसकर्मियों ने दो विधायकों को स्कॉट किया था. चुनाव जीतने के बाद बरही के विधायक मनोज यादव और सिमरिया के विधायक गणोश गंझू दिन में पूजा करने भद्रकाली मंदिर गये थे. तब पुलिस भी उनकी सुरक्षा में मंदिर तक गयी थी. बाद में पुलिस नियमित गश्त पर निकली थी.