रांची: भाजपा के निलंबित विधायक बैद्यनाथ राम ने पार्टी को 18 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया है. श्री राम ने कहा कि बेवजह उनके मामले को लटका कर रखा गया है. उनके मामले में दोहरी नीति अपनायी जा रही है. दलित वर्ग के विधायक को बिना वजह प्रताड़ित किया गया.
अगर निर्धारित अवधि में निलंबन वापस नहीं लिया गया, तो सदन में वह अपने विवेक से फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि आखिर कब तक पार्टी के फैसले का इंतजार करते रहेंगे. इंतजार की भी एक सीमा होती है. निलंबित करने में पार्टी ने जितनी तेजी दिखायी, उतनी तेजी फैसला सुनाने में नहीं दिखायी जा रही है. मैंने अपना स्पष्टीकरण व लिखित जवाब पार्टी को सौंप दिया है. ऐसे में पार्टी को जो भी फैसला लेना है वह तुरंत ले.
अगर मेरे जवाब से असंतुष्ट हैं तो मुङो पार्टी से निष्कासित कर दिया जाये. मैंअपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हूं. इधर पार्टी के उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि धमकी से पार्टी नहीं चलती है. पार्टी आग्रह, निवेदन और नियमों से चलती है.