रांची : लॉ विवि में छात्र द्वारा रजिस्ट्रार पर लगाये गये आरोप की जांच के लिए दो कमेटियां बनायी गयी हैं. कमेटियां 15 दिनों में जांच रिपोर्ट विवि प्रशासन को सौंपेगी. इधर, विवि प्रशासन का कहना है कि छात्र का एटेंडेंस शॉट था. उस पर जुर्माना लगाया गया था.
विवि प्रशासन के अनुसार परीक्षा भवन में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित था, इसके बावजूद छात्र मोबाइल लेकर पहुंची थी. इधर, लॉ विवि के रजिस्ट्रार का कहना है कि परीक्षा के दौरान छात्र से मोबाइल जब्त किया गया. छात्र ने खुद ही जेब से मोबाइल निकाला. परीक्षा के बाद दोपहर में छात्र मोबाइल मांगने पहुंची. हमने कहा कि मोबाइल अनफेयर मिन्स कमेटी को भेज दी गयी है. कमेटी की सुनवाई के पश्चात ही मोबाइल मिल पायेगी. छात्र बार-बार पूछ रही थी कि इसमें क्या कार्रवाई होगी? जिस वक्त छात्र का मोबाइल जब्त हुआ, उस वक्त परीक्षा हॉल में सारे विद्यार्थी मौजूद थे.
उस दिन 10 विद्यार्थियों से हमने मोबाइल जब्त किया था. डॉ नरेंद्र ने बताया कि उनके 16 वर्षो के कैरियर में इस तरह की पहली घटना है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
कमेटी में कौन-कौन हैं
पूरे मामले की जांच के लिए दो कमेटी बनायी गयी है. एक कमेटी विवि की आंतरिक कमेटी है, जबकि दूसरी उच्च स्तरीय कमेटी बनायी गयी है.
आंतरिक कमेटी: जोइता बागची: अध्यक्ष, श्वेता मून: को-चेयरमैन, डॉ श्वेता मोहन, पीपी मित्र, ऑलिक बनर्जी व मोइनन राय.
उच्च स्तरीय कमेटी: डिस्ट्रिक्ट जज, रिटायर आइएएस अधिकारी, डॉ केएस सेंगर, सामाजिक कार्यकर्ता रांची कॉलेज के डीन फैकल्टी.
किसी संस्थान में ऐसी बात होना गलत है. कॉलेज के अंदर कमेटी बनायी गयी है. पहले प्रशासन अपने स्तर से जांच करे. यदि कोई छात्रा जांच से संतुष्ट नहीं होती है, तो आयोग के पास अपील कर सकती हैं.
महुआ माजी, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग