रांची: पेशावर के आर्मी स्कूल में बच्चों की हत्या के विरोध में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. शुक्रवार को मुसलिम यूथ फोरम की ओर से आजाद हाई स्कूल मैदान में सभा की गयी. इस अवसर पर मारे गये बच्चों एवं शिक्षकों की आत्मा की शांति के लिए दुआ की गयी. दुआ कारी जान मोहम्मद मुस्तफी ने करायी. सभा में शहर काजी जान मोहम्मद रिजवी ने कहा कि जेहाद के नाम पर मासूम बच्चों का कत्ल करना जुल्म है.
जेहाद आतंक फैलाने का नहीं बल्कि जुल्म मिटाने का नाम है. इसलाम में दहशतगर्दी के लिए कोई स्थान नहीं है. हमें मिल कर दहशतगर्दी के खिलाफ आवाज उठानी होगी. रांची शहर को हिंदुस्तान में एक मिसाल के रूप में दिखाना होगा कि हम इन बातों का विरोध करते हैं.
मौके पर उदय शंकर ओझा ने कहा कि पेशावर की घटना मानवता को शर्मसार करनेवाली है. इस घटना से जाहिर होता है कि आतंकी किसी के नहीं होते. मौलाना तलहा नदवी ने कहा कि इसलाम में कहा गया है कि एक बेगुनाह की हत्या पूरी इंसानियत की हत्या के बराबर है. जो मासूम बच्चों का कत्ल करे, वे मुसलमान नहीं हो सकते. डॉ असलम परवेज, मो शफीक व मौलाना ओबेदुल्लाह कासमी ने भी सभा को संबोधित किया. सभा में विशाल बैनर लगा था, जिसमें लिखा हुआ था मेरे बच्चों को माफ करना हम शर्मिदा हैं. कुछ अन्य लोग हाथ में छोटे बैनर ले रखे थे, जिसमें आतंकवाद विरोधी नारे लिखे हुए थे. इस अवसर पर मो फैजी, शम्स कमर लड्डन, जबीउल्लाह, मो नईम, डॉ शाहनवाज कुरैशी, आजम कान, मौलाना तौफीक कादरी, नदीम खान सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.