रांची: आनंद ज्वेलर्स में 15 अक्तूबर-2013 को 12.25 करोड़ से अधिक की चोरी से संबंधित प्राथमिकी इंश्योरेंस क्लेम के लिए करायी गयी थी. इस बात का खुलासा कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट की जांच रिपोर्ट से हुई है.
डीएसपी ने जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि आनंद ज्वेलर्स में चोरी की बात सही है. अपराधियों ने चोरी के बाद अधिकांश हीरे और सोने के आभूषण आनंद ज्वेलर्स दुकान की छत पर स्थित पानी की टंकी में छिपा दिये थे, जबकि भागने के दौरान चोर कुछ जेवरात अपने साथ भी ले गये थे. इस मामले में 12,25,49,619 रुपये के जेवरात की चोरी होने के संबंधित प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, जबकि इतनी अधिक राशि के जेवरात की चोरी नहीं हुई थी. रिपोर्ट के अनुसार यह प्रतीत होता है कि इंश्योरेंस क्लेम के लिए अधिक जेवरात की चोरी दिखायी गयी थी.
उल्लेखनीय है कि आनंद ज्वेलर्स में हुई चोरी के मामले में हिंदपीढ़ी थाने में 15 अक्तूबर, 2013 को सुशील गुप्ता ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बाद में पुलिस ने आनंद ज्वेलर्स दुकान की छत स्थित पानी की टंकी से जेवरात बरामद किये थे. सुपरविजन रिपोर्ट में चोरी की घटना को सही बताया गया था. वहीं कुछ बिंदुओं पर जांच का निर्देश दिया गया था.
15 करोड़ के इंश्योरेंस का अनुमान
रिपोर्ट के अनुसार आनंद ज्वेलर्स दुकान में कितने के आभूषण हो सकते हैं, इसे लेकर न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के मंडल प्रबंधक प्रशांत कुमार मुखर्जी से बिंदुवार जवाब मांगा गया था. इसका जवाब पुलिस को मिल चुका है. इंश्योरेंस कंपनी के आधार पर आभूषणों की बीमा राशि 15 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया है.
डीआइजी ने दिया जांच का आदेश
डीआइजी ने चोरी की घटना में विभिन्न बिंदुओं पर केस के अनुसंधान को जांच करने का आदेश दिया है. डीएसपी की रिपोर्ट के अनुसार मामले में दुकान मालिक की संलिप्तता के साथ डीआइजी द्वारा दिये गये निर्देश के संबंध में अभी जांच जारी है.
बरामद सिम विश्रमपुर के व्यक्ति का
रिपोर्ट के अनुसार घटनास्थल से एक सिम भी बरामद किया गया था. बरामद सिम की तकनीकी शाखा से जांच करने पर पता चला कि सिम पलामू के विश्रमपुर थाना क्षेत्र निवासी प्रकाशजीत सिंह के नाम पर है. उसके नाम और पते का सत्यापन पुलिस ने कर लिया है. फिलहाल उसकी संलिप्तता के बारे में पुलिस को कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं.