रांची: रांची विश्वविद्यालय ने 30 जून को डोरंडा कॉलेज में हुए हंगामे के मामले में कई कर्मियों पर कार्रवाई की है. रांची विवि के कुलपति के निर्देश पर डोरंडा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक डॉ वीएस तिवारी को हटा दिया गया है. ये कॉलेज में प्रोफेसर इंचार्ज के पद पर भी कार्यरत थे. इनके स्थान पर रांची कॉलेज के भौतिकी विभाग के रीडर डॉ सीता राम साहू को डोरंडा कॉलेज का प्रोफेसर इंचार्ज बनाया गया है. कुलपति के आदेश पर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित विभिन्न परीक्षाओं का ब्योरा भी मांगा गया है.
ज्ञात हो कि 30 जून को यूजीसी-नेट परीक्षा (2013) का केंद्र डोरंडा कॉलेज में बनाया गया था, जहां छात्रों ने सीट नहीं मिलने पर हंगामा किया था और उत्तर पुस्तिकाएं फाड़ दी थी. इस कारण इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गयी थी.
सात कर्मी को किया डीबार
घटना को लेकर सात कर्मियों/ प्राध्यापकों को एक वर्ष के लिए डीबार कर दिया है. विश्वविद्यालय के कुलपति के निर्देश पर रजिस्ट्रार एके चौधरी ने सहायक केंद्राधीक्षक के कार्य से श्री अब्दाली, डॉ ज्योति प्रकाश, प्रो एसडी लाल, प्रो निर्मल कुमार मिश्र, प्रो बीके मंडल, मो मुस्ताक और डॉ आरबी तिवारी को एक वर्ष तक के लिए परीक्षा कार्य से अलग कर दिया है. ये कार्रवाई तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट पर की गयी.
परीक्षा लेने की मांग : जन विकास पार्टी के अध्यक्ष रामानंद तिवारी ने डोरंडा कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर रद्द हुई यूजीसी नेट परीक्षा जल्द लेने की मांग की है. 20 जुलाई तक परीक्षा नहीं होने पर पार्टी आंदोलन करेगी.