रांची: डीआइजी प्रवीण सिंह के निर्देश पर बुधवार को रांची पुलिस ने डोरंडा और सुखदेवनगर थाना क्षेत्र से मटका खेलानेवाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. प्रशिक्षु डीएसपी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में की गयी छापामारी में पुलिस ने डोरंडा बाजार से आठ जबकि सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के गैलेक्सिया मॉल के निकट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया. छापामारी में पुलिस ने रांची शहर में मटका खेल का संचालन करनेवाले विजय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. गैलेक्सिया मॉल के पास से पुलिस ने मटका खेलनेवाले तीन लोगों को भी पकड़ा था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
उल्लेखनीय है कि गत पांच दिसंबर को प्रभात खबर ने शहर भर में चल रहे मटका के कारोबार के संबंध में खबर प्रकाशित की थी. खबर में शहर के मटका अड्डों का जिक्र किया गया था. डीआइजी ने बताया कि डोरंडा बाजार में छापामारी के दौरान पुलिस ने 10 हजार रुपया नकद, मटका की रसीद व इससे जुड़े कागजात जब्त किये हैं. गैलेक्सिया मॉल के पास छापामारी के दौरान पुलिस को छह हजार रुपये नकद और खेल की रसीद मिली है.
दोनों थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई
डीआइजी प्रवीण सिंह ने बताया कि स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी होने के बाद भी मटका खेलानेवालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. जब दोनों थाने की पुलिस को अलग रख कर छापामारी की गयी, तब मटका खेलानेवाले पकड़े गये. इसलिए उन्होंने डोरंडा थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध श्रीवास्तव और सुखदेवनगर थाना के प्रभारी रणधीर कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश एसएसपी को दिया है.
डोरंडा क्षेत्र से गिरफ्तारी
इंदु राम, छोटू राम, दीपक नायक, जावेद, पिंटू, आजाद अख्तर, मो कौलीन व अशोक कुमार राम.
सुखदेवनगर क्षेत्र से गिरफ्तारी
विजय सिंह, रवि शर्मा व सूरज वर्मा
तीन घंटे में आता है मटका खेल का रिजल्ट
जानकारी के मुताबिक रांची में तीन तरह का मटका खेल चलता है. भूतनाथ मटका शाम 5.50 बजे ओपन होता है और 8.50 बजे क्लोज हो जाता है. बरली नाम का मटका रात के 9.50 बजे ओपेन होता है और रात के 12.50 बजे क्लोज होता है, लेकिन मटका खेलनेवालों को इसका रिजल्ट सुबह के छह-सात बजे मिल पाता है. शक्ति मटका दिन के 2.50 बजे ओपन होता है और शाम के 4.50 बजे क्लोज होता है. क्लोज होने के बाद विजेता का नंबर प्रसारित कर दिया जाता है. फिर उसे लगायी गयी रकम का 10 गुणा दे दिया जाता है.
10 करोड़ का कारोबार, पुलिस की होती है कमाई
जानकारी के मुताबिक मटका से हर माह करीब 10 करोड़ रुपये का कारोबार होता है. इससे पुलिस को भी हर माह अच्छी आमदनी हो रही है. पुलिस को हर माह एक निर्धारित रकम मिलती है. वहीं टाइगर मोबाइल के पुलिसकर्मी भी अपने क्षेत्र के हर मटका काउंटर से 100-200 रुपया हर दिन वसूलते हैं. मटका खेलवानेवाले अधिकांश लोग आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं.