रांची: झारखंड में विधानसभा की 17 सीटों के लिए हुए तीसरे चरण के चुनाव में कुल 61.35 फीसदी वोट पड़े. पहले और दूसरे चरण की तुलना में मतदान प्रतिशत कम रहा. मतदान के दौरान गिरिडीह जिले के गांवा क्षेत्र में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
मतदान शुरू होने से पूर्व ईचागढ़ में भाजपा और झाविमो के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी. भाजपा प्रत्याशी साधु चरण महतो घायल हो गये. घटना के बाद पुलिस ने विधायक और झाविमो प्रत्याशी अरविंद कुमार सिंह को समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया. कोडरमा जिले के डोमचांच स्थित मतदान केंद्र संख्या 174 पर राजद और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गयी. घटना में चार लोग घायल हो गये.
ईचागढ़ दूसरे नंबर पर
राज्य निर्वाचन पदाधिकारी पीके जाजोरिया ने बताया : पहले और दूसरे चरण में मुकाबले तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत कम होने के लिए जिला प्रशासन जिम्मेवार है. पहले चरण में 63.27 प्रतिशत और दूसरे चरण में 68.01 फीसदी मतदान हुआ था. आयोग की ओर से जारी प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, तीसरे चरण में सबसे अधिक सिल्ली में 76.16 फीसदी मतदान हुआ. वहीं, रांची विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 48.50 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. रांची में कम वोटर घर से निकले. हालांकि पिछले साल करीब 33 फीसदी ही वोट पड़े थे. ईचागढ़ दूसरे स्थान पर रहा. यहां 71 फीसदी वोटिंग हुई. हजारीबाग में 58.50, रामगढ़ में 63 और कोडरमा में 65.47 फीसदी मतदान हुआ. चुनाव के दौरान कई जगहों पर इवीएम में खराबी की शिकायत मिली, जिसे बाद में दूर किया गया.
इन दिग्गजों की किस्मत लॉक
तीसरे चरण में कई बड़े नेताओं की किस्मत इवीएम में लॉक हो गयी. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (धनवार), पूर्व स्पीकर सीपी सिंह (रांची), मंत्री अन्नपूर्णा देवी (कोडरमा), मंत्री राजेंद्र सिंह (बेरमो), मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल (मांडू), पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो (सिल्ली), पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह (गोमिया) शामिल हैं .
21 इवीएम व 107 वीवी पैट बदले गये
खराबी आने की वजह से 21 इवीएम और 107 वीवी पैट बदलने पड़े. इस चरण के 17 विधानसभा क्षेत्रों में से 14 नक्सल प्रभावित हैं. इस कारण आयोग ने रांची, हटिया और कांके विधानसभा क्षेत्र को छेड़ कर शेष में सुबह सात बजे से तीन बजे तक ही मतदान की अवधि निर्धारित की थी.