रांची: राज्य सरकार के प्रधान सचिव मृदुला सिन्हा ने पत्र लिख कर नगर विकास सचिव को निर्देश दिया है कि आवासीय क्षेत्रों में आवारा कुत्तो के घूमने पर पूर्ण रूप से रोक लगायी जाये. कहीं भी आवारा कुत्ता घूमते हुए नहीं दिखना चाहिए. इसे सख्ती से लागू करें. श्रीमती सिन्हा ने लिखा है कि अगर कोई पालतू कुत्ते को घूमाना ही चाह रहा है तो कम से कम उस कुत्ते के गले में पट्टा अनिवार्य रूप से लगाया जाये. इस पर नगर विकास सचिव ने नगर निगम के सीइओ को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है.
आवारा कुत्ते ने काटा था
प्रधान सचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि 22 अक्तूबर की सुबह एक आवारा कुत्ते ने उन्हें काट कर जख्मी कर दिया था. जहां-तहां आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं और लोगों को काट देते हैं. कभी-कभी तो लोगों की जान पर बन आती है.
50 हजार आवारा कुत्ते हैं शहर में
राजधानी रांची में आवारा कुत्तो की संख्या वर्तमान में 50 हजार के आसपास हैं. ये वे कुत्ते हैं जो राजधानी के विभिन्न कॉलोनियों व सड़कों पर गुजर बसर करते हैं. शहर के विभिन्न गली मोहल्ले में मांस-मछली की दुकान चलने के कारण ये कुत्ते वहीं आसपास रहते हैं. मांस व मछली खाकर ये हिंसक भी हो गये हैं. रात में कई सड़कों पर लोगों का दो पहिया वाहन लेकर गुजरना भी दूभर है. यहां वाहन चालक को काटने के लिए कुत्ते दौड़ लगाते हैं.
क्या कहते हैं नगर निगम के अधिकारी
नगर निगम सीइओ ने कहा कि यह सही है कि शहर में आवारा कुत्तो की संख्या बढ़ी है. नगर निगम द्वारा काफी तेजी से कुत्तो की नसबंदी भी करवायी जा रही है. हमारे पास संसाधन की कमी है. इसके बावजूद इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान कर लिया जायेगा. सभी आवश्यक कदम उठायेंगे.