रांची: कृषि विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय का कैंपस ऐसा होना चाहिए कि यहां घुसते ही फसलों और फूलों की खुशबू आने लगे. बीएयू में बहुत समस्या है. इसका समाधान भी होगा. यहां की नियुक्तियों को लेकर बहुत संदेह है. यहां के प्रशासन को उपलब्ध संसाधन का बेहतर इस्तेमाल करना चाहिए. सचिव बुधवार को बीएयू के 33वें स्थापना दिवस के मौके पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में काम करने की बहुत संभावना है.
जीवन को अर्थपूर्ण बनायें : राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ एसपी तिवारी ने कहा कि जीवन को अर्थपूर्ण बनाना चाहिए. कृषि में वैल्यू एडिशन की काफी संभावना है.
शिक्षकों व वैज्ञानिकों की कमी चुनौती : बीएयू के कुलपित डॉ एमपी पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों व वैज्ञानिकों की कमी एक बड़ी चुनौती है. इसे दूर करने से ही विश्वविद्यालय का विकास हो सकता है. शिक्षकों की कमी के कारण वीसीआइ ने पशु चिकित्सा महाविद्यालय में नामांकन पर प्रतिबंध लगा दिया है. कार्यक्रम का संचालन शशि व धन्यवाद ज्ञापन डीन (कृषि) डॉ किशोरी सिन्हा ने किया.