बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र भाजपा के समीर व कांग्रेस की बॉबी मैदान में 1995 के बाद जीत के लिए तरस रही है कांग्रेसदुर्जय पासवान, गुमलाबिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र 1977 में बना है. इससे पहले 1951 से लेकर 1972 तक यह चैनपुर विधानसभा में था. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट से अब तक सबसे ज्यादा कांग्रेस के पांच व भाजपा के तीन विधायक चुने गये हैं. उरांव व भगत जाति के विधायकों ने सबसे ज्यादा समय तक राज किया है. उरांव जाति के सात व भगत जाति के तीन विधायक प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. देखा जाये, तो बिशुनपुर सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है, परंतु इस क्षेत्र में कांग्रेसी नेताओं में आपसी तालमेल की कमी है. 1995 के बाद से कांग्रेस एक जीत के लिए तरस रही है. 2000 के चुनाव के बाद से अब तक कांग्रेस दूसरे व तीसरे नंबर पर आती रही है. अब तक एक भी महिला विधायक इस क्षेत्र से नहीं चुनी गयी. इस बार कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार बॉबी भगत को उतारा है. यहां मुकाबला त्रिकोणीय दिख रहा है. इस क्षेत्र के विकास पर नजर डालें, तो विधायकों ने सिर्फ अपनी जाति के क्षेत्रों के लिए ही काम किया है. आज भी बिशुनपुर विस के अंतर्गत पड़ने वाले सेन्हा, भंडरा, बिशुनपुर, घाघरा व गुमला प्रखंड के इलाके में विकास नहीं हुआ. भुखला भगत सर्वाधिक तीन बार विधायक बनेकांग्रेस के भुखला भगत क्षेत्र के जाने माने नेताओं में से एक थे. जनता ने उन्हें तीन बार मौका दिया. 1980 व 1985 में लगातार दो बार वे विधायक बने. 1990 में जनता ने उन्हें दरकिनार किया और भाजपा के रमेश उरांव को चुना. 1995 में भुखला भगत फिर विधायक बने. इसके बाद भाजपा के चंद्रेश उरांव 2000 व 2005 में दो बार लगातार विधायक बने. अब तक बिशुनपुर में त्रिकोणीय मुकाबलाइस बार विधायक चमरा लिंडा झामुमो की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं. श्री लिंडा को रोकने की चुनौती भाजपा के समीर उरांव व कांग्रेस की बॉबी भगत की है. निर्दलीय अशोक उरांव व भाकपा माले के अमोन लकड़ा भी जीत का दावा कर रहे हैं.
BREAKING NEWS
भाजपा और कांग्रेस से पार पाना चमरा लिंडा की चुनौती
बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र भाजपा के समीर व कांग्रेस की बॉबी मैदान में 1995 के बाद जीत के लिए तरस रही है कांग्रेसदुर्जय पासवान, गुमलाबिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र 1977 में बना है. इससे पहले 1951 से लेकर 1972 तक यह चैनपुर विधानसभा में था. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट से अब तक […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement