रांची: रातू रोड चौड़ीकरण का टेंडर पथ निर्माण विभाग रद्द करेगा, क्योंकि टेंडर हुए करीब पांच माह हो गये हैं. टेंडर के बीड की समयावधि मात्र चार माह की होती है. इसके बाद समयावधि (वेलिडिटी) समाप्त हो जाती है. जलापूर्ति वाली पाइप लाइन शिफ्ट नहीं होने की वजह से ही पथ विभाग ने टेंडर को रोके रखा. विभाग पाइप लाइन शिफ्टिंग का इंतजार करता रहा, क्योंकि बिना शिफ्टिंग के काम कराना संभव नहीं था. ऐसी स्थिति में अब तक टेंडर का निष्पादन नहीं हुआ.
जनवरी में ही एनएच की ओर से करीब 18 करोड़ का टेंडर निकाला गया था. इस राशि से रातू रोड मुख्य पथ का चौड़ीकरण करना था.
इस बीच, एनएच प्रमंडल की ओर से पेयजल स्वच्छता विभाग को करीब 5.5 करोड़ रुपये दिये गये थे, ताकि जलापूर्ति वाली पाइप लाइन को शिफ्ट किया जा सके. विभाग ने दो बार टेंडर निकाला, पर ठेकेदार नहीं मिला. तीसरी बार के टेंडर में एक ठेकेदार ने भाग लिया है, पर टेंडर का निष्पादन अभी तक नहीं हुआ है. यह मामला विभाग के पास विचाराधीन है.
छह माह से पड़े हैं 27 करोड़
रातू रोड चौड़ीकरण के लिए एनएच ने 27 करोड़ रुपये दिये हैं. यह राशि छह माह से पड़ी हुई है, पर कोई भी काम शुरू नहीं हो सका है.
अब और कितना लगेगा समय
पेयजल स्वच्छता विभाग ने पथ विभाग को स्पष्ट किया है कि टेंडर निष्पादन के बाद उसे पाइप लाइन शिफ्ट करने में कम से कम नौ माह का समय लगेगा. अगर टेंडर फाइनल हो जाता है, तो बरसात के बाद यानी अक्तूबर से काम शुरू हो सकेगा. इस तरह जुलाई-अगस्त 2014 के पहले पाइप लाइन शिफ्ट नहीं हो सकेगा. पाइप लाइन शिफ्ट होने के बाद ही पथ विभाग सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू करेगा. इस सारी प्रक्रिया में उसे भी कम से कम छह-सात माह लगेंगे. इस तरह 2015 के पहले काम खत्म नहीं होगा.
पोल भी नहीं हटे
एनएच रांची डिवीजन ने बिजली पोल व तार शिफ्ट करने के लिए करीब दो करोड़ रुपये विद्युत विभाग को दिया है, पर इसके शिफ्टिंग पर भी काम शुरू नहीं हुआ है.