रांची: कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद पहली बार झारखंड पहुंचे. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सरकार गठन के मुद्दे से लेकर संगठन के विस्तार को लेकर मंथन होना था. कमजोर होती कांग्रेस को जमीन पर खड़ा करने की रणनीति बननी थी.
नये प्रभारी प्रदेश के नेताओं से संगठन को दुरुस्त करने का फीड बैक लेना चाहते थे, लेकिन प्रभारी की पूरी योजना धरी की धरी रह गयी. कांग्रेसियों ने विचार मंथन की जगह एक्शन ड्रामा दिखाया. प्रभारी कांग्रेस मुख्यालय में बैठे थे, बाहर कांग्रेसी और उनके समर्थक तांडव कर रहे थे.
दोपहर एक बजे से ढाई बजे तक कांग्रेस भवन में ड्रामा चलता रहा. मारपीट हुई. पार्टी नेताओं के अंगरक्षकों ने कांग्रेसियों पर ही गोलियां चलायीं. प्रभारी और बड़े नेताओं के सामने गाली-गलौज हुई. नेताओं ने एक-दूसरे की फजीहत की. पूरे डेढ़ घंटे के थ्रिलर एक्शन ड्रामे ने प्रभारी को संगठन का हाल बता दिया. प्रभारी ने झारखंड में कांग्रेस के अंदर की अनुशासनहीनता और मर्यादाविहीन राजनीति देखी.
हालांकि, प्रभारी हरि प्रसाद ने प्रदेश के नेताओं के साथ बैठक जरूर की. इसमें प्रभारी ने नेताओं को कहा : केंद्रीय नेतृत्व ने जो कार्य दिया है, उसे पूरा करें. अगले 100 दिन का कार्य तय करें. राहुल गांधी ने जो टास्क दिया है, उसे पूरा करने में सभी जुटें. संगठन को मजबूत करने में जुटें. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक दल के नेता राजेंद्र सिंह, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, आभा सिन्हा, अनूप सिंह ने संबोधित किया. संचालन डॉ शैलेश सिन्हा ने किया. बैठक में विधायकों और जिलाध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया.