रांची: राज्य गठन के बाद से राजधानी रांची में वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है, लेकिन उस अनुपात में आधारभूत संरचनाएं नहीं बढ़ी हैं. राज्य बनने के पहले रांची में निबंधित वाहनों की संख्या करीब एक लाख थी. आज यह बढ़ कर 6.69 लाख हो गयी है. यानी इन 12 वर्षो में वाहनों की संख्या में छह गुना वृद्धि हुई है. यह आंकड़ा मार्च 2013 तक का है. वाहनों के साथ-साथ वायु और ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी काफी मात्र में बढ़ा है.
वर्ष 09-10 में सड़कों पर कम वाहन आये
राज्य गठन के बाद से सड़कों पर वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है. वर्ष 2009-10 में सभी प्रकार के मात्र 10904 वाहन सड़क पर आये, जबकि 2008-09 में सड़कों पर 46853 वाहन आये थे. हालांकि, 2010-11 में एक बार फिर से वाहनों की निबंधित संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी. इस वर्ष कुल 60698 वाहन सड़क पर आये थे. पिछले वित्तीय वर्ष में 63019 वाहन सड़क पर आये थे.
आधारभूत संरचना पर गंभीर नहीं
वाहनों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने उस अनुपात में आधारभूत संरचना में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. सड़कों पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है. सड़कों की चौड़ाई नहीं बढ़ी, न ही फ्लाई ओवर का निर्माण ही किया गया. हालांकि, शहर में तीन जगहों पर फ्लाई ओवर बनाने संबंधी डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है, पर यह योजना धरातल पर नहीं आयी है.