रांची: जीइएल चर्च के मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा मिशन फील्ड वर्कर्स के लिए पांच दिवसीय वार्षिक रिफ्रेशर क्लास का आयोजन किया गया है. इसमें महिला आयोग की सदस्य वासवी किड़ो ने कहा कि आदिवासी समाज में अब भी महिलाओं की स्थिति बेहतर है.
परंपरागत कानून में महिलाओं को कई अधिकार मिले हैं, पर धीरे-धीरे कानून लुप्त हो रहे हैं. देश में महिलाओं के लिए 43 कानून हैं. आदिवासी महिलाएं भी इसी से निर्देशित होती हैं.
महिलाओं को अधिकार मिलेंगे, तो लिंगानुपात की दर सुधरेगी. अधिवक्ता जेजे सांगा ने शोषण के खिलाफ अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के अधिकारों की जानकारी दी. इससे पूर्व रेव्ह सीएसए केरकेट्टा ने बाइबल के आधार पर स्त्री-पुरुष समानता की बात कही. बिशप आनंद सेब्यान हेमरोम ने भी विचार रखे. एचआरडीसी सभागार में आयोजित यह कार्यक्रम 21 जून को संपन्न होगा.