19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रीयल स्टेट में सौ फीसदी एफडीआइ

रीयल एस्टेट में एफडीआइ की शतार्ें में ढीलएजेंसियां, नयी दिल्लीकेन्द्र सरकार ने रीयल एस्टेट सेक्टर में मुद्रा प्रवाह बढ़ाने के लिए विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआइ की शतार्ें में ढील दी है. 20,000 स्क्वेयर मीटर से ऊपर के प्रोजेक्ट्स में बिल्डर 100 पर्सेंट की एफडीआइ का लाभ ले सकेगा. एफडीआइ की रकम कम से कम 50 […]

रीयल एस्टेट में एफडीआइ की शतार्ें में ढीलएजेंसियां, नयी दिल्लीकेन्द्र सरकार ने रीयल एस्टेट सेक्टर में मुद्रा प्रवाह बढ़ाने के लिए विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआइ की शतार्ें में ढील दी है. 20,000 स्क्वेयर मीटर से ऊपर के प्रोजेक्ट्स में बिल्डर 100 पर्सेंट की एफडीआइ का लाभ ले सकेगा. एफडीआइ की रकम कम से कम 50 लाख डॉलर होनी चाहिए. यह प्रोसेस ऑटोमैटिक होगी. इसमें सरकार की अनुमति की जरूरत नहीं होगी. वित्त मंत्री अरु ण जेटली ने कहा कि जिन प्रोजेक्ट्स में 30 पर्सेंट एरिया अफोर्डबेल हाउस के लिए होगा, उसके लिए न्यूनतम बिल्डअप एरिया और न्यूनतम एफडीआइ राशि की शर्तें लागू नहीं होंगी. रीयल एस्टेट ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. एसजी एस्टे्टस के डायरेक्टर गौरव गुप्ता का कहना है कि इससे उन प्रोजेक्टों के लिए नकदी जुटाना आसान होगा, जो फिलहाल पैसे की कमी झेल रहे हैं.बॉक्स आइटमहरित प्रौद्योगिकी से बढ़ता है मुनाफावाशिंगटन. मिशिगन विश्वविद्यालय की बेंगलुरु की 25 कपड़ा फैक्ट्रियों पर जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि हरित प्रौद्योगिकी से ऊर्जा बचत, मुनाफा और औद्योगिकी इकाइयों में उत्पादकता बढ़ती है. विश्वविद्यालय ने 2010-2013 के दौरान अध्ययन रिपोर्ट में कहा है कि एलइडी लाइट के उपयोग से न सिर्फ ऊर्जा बढ़ती है. विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और रिपोर्ट के लेखक अच्युत अध्वर्यु ने कहा कि गर्मी शरीर के काम करने क्षमता खत्म कर देती है. इसलिए कामगार उत्पादन का लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाते. इस अध्ययन में उन कपड़ा फैक्ट्रियों को शामिल किया गया था, जो वातानुकूलित नहीं थे और सैंकड़ों लोग मशीनों पर काम करते हैं, जो बहुमंजिली इमारतों में चलते रहते हैं. भारत स्वच्छ ऊर्जा निवेश में चौथे स्थान परवाशिंगटन. भारत का स्वच्छ ऊर्जा निवेश के मामले में 55 विकासशील देशों में चौथा स्थान है. इस सूची में पहले नंबर पर चीन का स्थान है. इंटर-अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी उभरते देशों के लिए लागत के लिहाज से उतनी ही फायदेमंद हो सकती है, जितनी विकासशील देशों के लिए. इस रिपोर्ट में अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिकी एवं कैरिबियाई क्षेत्र के 55 उभरते देशों को शामिल किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अव्वल नंबर पर है, जिसके बाद ब्राजील का स्थान है. चीन को सबसे ऊंचा स्थान मिला है, क्योंकि वह विश्व का सबेस बड़ा वायु एवं सौर उपकरण विनिर्माता और इन उपकरणों के लिए सबसे बड़ा बाजार भी है. भारत को इस सूचकांक में 1.85 अंक जबकि चीन का 2.23 अंक मिले हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि लगतार बढ़ती मांग, नवीकरणीय ऊर्जा के बेहतरीन संसाधन और जीवाश्म इंर्धन (कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस आदि) की बहुत हद तक कमजोर शृंखला के मद्देनजर भारत स्वच्छ ऊर्जा के लिए वृद्धि दर्ज करता बाजार है. भारत में 2006-2013 के बीच स्वच्छ ऊर्जा में 62 अरब डॉलर का निवेश हुआ, जिसमें से 2013 में छह अरब डॉलर का निवेश हुआ.भारत के साथ व्यापार संबंध बढ़ाने पर चर्चावाशिंगटन. अमेरिका भारत कारोबार परिषद (यूएसआइबीसी) के शिष्टमंडल ने भारत की कृषि अर्थव्यवस्था और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वाणिज्यिक भागीदारी बढ़ाने का दीर्घकालिक लक्ष्य को आगे बढ़ाने में रुचि जाहिर की है. ड्यूपोंट पायोनियर के अध्यक्ष और और शिष्टमंडल में शामिल उद्योगपति पॉल शिकलर ने कहा कि इस सप्ताह हमारी बैठक खुली, स्पष्ट और बेहद उत्साहजन रही. उन्होंने कहा कि भारत सरकार में बैठे जिन लोगों से हमने मुलाकात की उनकी इसमें रुचि थी कि वे उद्योग के साथ कैसे भागीदारी कर सकते हैं, ताकि खाद्य शृंखला के हर स्तर पर ज्यादा निवेश कैसे किया जा सकता है. ऐसा लगता है कि भारत सुधार के बारे में गंभीर है जिसके बारे में हमने बहुत सुना है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें