रांची: राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में अब तक तड़ित चालक नहीं लगा है. सरकार के निर्देश के बाद रांची जिले के उच्च विद्यालय में विकास कोष से तड़ित चालक लगाया गया है, पर प्राथमिक व मध्य विद्यालय में तड़ित चालक नहीं लगा. जिन स्कूलों में तड़ित चालक लगाया गया, वह भी चोरों के निशाने पर हैं. रांची के दर्जन भर उच्च विद्यालय से तड़ित चालक की चोरी हुई है.
प्रोजेक्ट हाइस्कूल सदमा, कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय खरसीदाग, प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय डोमनडीह, टीवीएस उच्च विद्यालय जगन्नाथपुर, रमेश सिंह मुंडा स्मारक प्लस टू उच्च विद्यालय बुंडू से तड़ित चालक की चोरी हुई है. चोर तड़ित चालक में लगे तांबे का चोरी करते हैं. बाजार में तड़ित चालक में लगे तांबे की कीमत चार से पांच हजार रुपये तक है. जिन स्कूलों में तड़ित चालक की चोरी हुई है, इनमें से कुछ स्कूल में फिर से तड़ित चालक लगाया गया है.
वर्ष 2007 में दिया था निर्देश
वर्ष 2007 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की ने राज्य के सभी स्कूलों में तड़ित चलाक लगाने का निर्देश दिया था. इसके लिए राज्य भर के प्रधानाध्यापकों की बैठक हुई थी. मध्य विद्यालय करमटोली में तड़ित चालक लगा कर इस योजना की शुरुआत भी की गयी, पर आदेश के पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी सभी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगा. सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनाये जा रहे नये स्कूल में तो तड़ित चालक लगाया जा रहा है, पर पुराने स्कूल भवन में तड़ित चालक नहीं लगा है.
पांच बच्चों की हुई थी मौत
13 जून 2007 को नामकुम प्रखंड स्थित ग्रीन गार्डेन स्कूल, रामपुर में ठनका गिरने से पांच बच्चों की मौत हो गयी थी. दर्जन भर बच्चे घायल हुए थे. घटना के बाद स्कूलों में तड़ित चालक लगाने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद ग्रीन गार्डेन स्कूल में तो तड़ित चालक लगा दिया गया, पर अन्य स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगा.