कॉलेजों व पीजी विभागों में नहीं हो रहा सर्विस बुक अप टू डेट
रांची : रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत कॉलेजों व पीजी विभागों में शिक्षक व कर्मचारी कई वर्षो से कार्यरत हैं, लेकिन उनका सर्विस बुक ही नहीं खुला है. जिन शिक्षकों का सर्विस बुक खुला भी है, तो उसमें नियमानुसार इंट्री नहीं हो रही है. शिक्षकों ने कितने दिनों तक सीएल या इएल लिया, कब उनकी प्रोन्नति हुई, इसकी कहीं इंट्री नहीं होती.
शिक्षकों व कर्मचारियों का जब बिना सर्विस बुक के कोई काम अटकता है, तो शिक्षक उसे अप टू डेट कराने दौड़ते हैं. काफी लंबे समय बाद छुट्टी या प्रोन्नति आदि की इंट्री कराने की जरूरत होती है, तो प्राचार्य या विभागाध्यक्ष बदल जाते हैं. कई मामलों में जरूरत पड़ने पर उस समय कार्यरत प्राचार्य या विभागाध्यक्ष को ढूंढ़ कर बैक डेट से इंट्री करायी जा रही है.
क्या है नियम
विवि में नियुक्ति के समय ही सर्विस बुक खोला जाता है, जो संबंधित कॉलेज या विभाग में रहता है. इसमें संबंधित व्यक्ति की पूरी प्रोफाइल सहित जब भी छुट्टी या प्रोन्नति ली जाती है, तो उसे तिथि व वर्ष के साथ लिखना होता है. दोनों सर्विस बुक में बने कॉलम को संबंधित कॉलेज के प्राचार्य/विभागाध्यक्ष भरते हैं और हस्ताक्षर तथा मुहर लगाते हैं.
अप टू डेट नहीं रहने से क्या हो सकती है दिक्कतें
सर्विस बुक अप टू डेट नहीं रहने से शिक्षकों/कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के समय पेंशन निर्धारण में दिक्कतें होती हैं. बैक डेट से किसी तरह बुक में इंट्री होती है. विश्वविद्यालय में पेंशन निर्धारण में आ रही देरी का यह भी एक बहुत बड़ा कारण बन गया है.
शीघ्र ही निर्देश जारी होंगे
कॉलजों और पीजी विभागों में कई शिक्षकों व कर्मचारियों के सर्विस बुक अप टू डेट नहीं किये जा रहे हैं. इस तरह की जानकारी मुङो भी मिली है. शीघ्र ही सभी कॉलेजों व प्राचार्यो को विश्वविद्यालय की तरफ से इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये जायेंगे.
डॉ अमर कुमार चौधरी
रजिस्ट्रार, रांची विवि