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आप्टिक नर्व को प्रभावित करता है ग्लूकोमा

रेडियो धूम 104.8 एफएम पर बुधवार को हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन फोटो—कौशिकसंवाददाता, रांचीरेडियो धूम 104.8 एफएम पर बुधवार को हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशियलिटी की ग्लूकोमा एवं फेको विशेषज्ञ डॉ अनिंधा अनुराधा श्रोताओं के सवालों का जवाब दे रही थीं. उन्होंने बताया कि ग्लूकोमा आप्टिक नर्व को प्रभावित […]

रेडियो धूम 104.8 एफएम पर बुधवार को हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन फोटो—कौशिकसंवाददाता, रांचीरेडियो धूम 104.8 एफएम पर बुधवार को हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशियलिटी की ग्लूकोमा एवं फेको विशेषज्ञ डॉ अनिंधा अनुराधा श्रोताओं के सवालों का जवाब दे रही थीं. उन्होंने बताया कि ग्लूकोमा आप्टिक नर्व को प्रभावित करता है. आप्टिक नर्व आंख एवं दिमाग को जोड़ने का काम करता है, जिस कारण ग्लूकोमा होने से मरीज को परेशानी होती है. ग्लूकोमा दो प्रकार का होता है. ओपन एंगल ग्लूको एवं क्लोज एंगल ग्लूकोमा. क्लोज एंगल ग्लूकोमा में सिर में दर्द, उल्टी आदि की समस्या आती है. वहीं ओपन एंगल में मरीज को पता नहीं चलता है कि उसे ग्लूकोमा हो गया है. अंधा होने पर ही बीमारी की जानकारी होती है. सामान्यत: क्लोज ग्लूकोमा ही होता है. ओपन एंगल ग्लूकोमा हो जाने पर आंखों की रोशनी वापस नहीं आ सकती. श्रोताओं ने कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण सवाल किये, जिसका उन्होंने जवाब दिया. आंखों का ऐसे रखें ख्याल – आंख की कोई भी दवा को एक माह से ज्यादा तक इस्तेमाल नहीं करे.- आंख के एक ही ड्रॉप का प्रयोग अलग-अलग रूप में होता है. – डायबिटीज के मरीज रेटिना की जांच अवश्य करें.- कोलेस्ट्रल लेबल सामान्य रखंे.

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