नयी दिल्ली : काफी समय बाद गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के लोगों को झारखंड की झांकी देखने का मौका मिलेगी. झारखंड सरकार और रक्षा मंत्रालय के साथ तीन दौर की लंबी बातचीत के बाद इस बार झारखंड की झांकी दिखने की पूरी संभावना है.
रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंगलवार को हुई बैठक में झारखंड सरकार के थीम को मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. रक्षा मंत्रालय ने झारखंड सरकार को 28 अक्तूबर को झांकी के मॉडल और संगीत के साथ प्रेजेंटेशन देने के लिए बुलाया है.
झारखंड सरकार ने इस बार दुमका जिले के शिकारीपाड़ा ब्लॉक के मलूटी गांव को झांकी के दौरान पेश करने की रुपरेखा तैयार की है. इस गांव में करीब 108 मंदिर हैं और यहां के मंदिरों में टेरा-कोटा की डिजाइन काफी मशहूर है. इस गांव को मंदिरों का गांव कहा जाता है.
टेरा-कोटा की डिजाइन लगभग 600 साल पुरानी है और बाजार के इस प्रतिस्पर्द्धी युग में भी वहां के लोगों ने इस परंपरा को जीवित रखा है. झारखंड सरकार की कोशिश इस कला को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर स्थानीय कलाकारों के जीवन स्तर में सुधार लाना है. गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड को झांकी निकालने की अनुमति नहीं मिल पा रही थी. लेकिन इस बार झारखंड सरकार की कोशिशों के कारण वर्षों से उपेक्षित टेरा-कोटा कला को प्रदर्शित करने की अनुमति मिलने की पूरी संभावना है.