रांची: एचइसी के कायाकल्प के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है. एचइसी के सीएमडी विश्वजीत सहाय ने कहा कि देश हित में एचइसी का विकास जरूरी है. भारी उद्योग मंत्रलय एचइसी को हरसंभव मदद करने को तैयार है.
एचइसी ने मेकन द्वारा बनाये गये 970 करोड़ रुपये के जीर्णोद्धार के प्रस्ताव को भारी उद्योग मंत्रालय को भेजा है. इस पर केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में चर्चा होगी.
श्री सहाय ने कहा कि पिछले दिनों चेक गणराज्य की विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि एचइसी के दौरे पर आये थे. चेक गणराज्य इस योजना में एचइसी के जीर्णोद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहता है. चेक गणराज्य के बैंक ने एचइसी को वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया है. अगर सब कुछ ठीक रहा है तो शीघ्र ही एचइसी का कायाकल्प होगा. एचइसी की वित्तीय स्थित के संदर्भ में उन्होंने कहा कि एचइसी का विभिन्न कंपनियों पर करीब 450 करोड़ रुपया बकाया है. इसकी वसूली के लिए मार्केटिंग विभाग में एक टीम का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि एचइसी के पास वर्तमान में 1400 करोड़ रुपया का कार्यादेश का है.
प्लांट में नयी मशीनें लगेंगी
श्री सहाय ने कहा कि जीर्णोद्धार योजना के तहत प्लांट का आधुनिकीकरण किया जायेगा. यहां अत्याधुनिक व नयी तकनीकवाली मशीनें लगायीं जायेंगी. इससे एचइसी की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी. फिलवक्त एचइसी में लगी मशीनें पुरानी हो गयी हैं. इससे उत्पादों पर अधिक लागत आती है. मशीन ब्रेकडाउन होने के कारण समय पर कार्य का निष्पादन नहीं हो पाता.
प्लांट अस्पताल की स्थिति में भी होगा सुधार
एचइसी प्लांट अस्पताल के संदर्भ में श्री सहाय ने कहा कि कंसल्टेंट नियुक्ति के लिए एक दर्जन से अधिक आवेदन आये हैं. इसमें सबसे अच्छी और सबसे कम दर दर पर कार्य करने वाली कंपनी को संचालन का कार्य दिया जायेगा. कंसल्टेंट का चयन इस माह के अंत तक हो जायेगा.