रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रशासनिक अफसरों के एक वर्ग में भी खतरनाक राजनीतिक हो रही है. प्रमोशन से लेकर पोस्टिंग तक में लॉबिंग करते हैं. एक-दूसरे की टांग खींचते हैं. इसका राज्य के विकास कार्यो पर बुरा असर पड़ रहा है. ऐसा नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री रविवार को होटल बीएनआर में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ (झासा) की आमसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शिक्षकों व डॉक्टरों के साथ प्रोफेसरों के वेतन में बढ़ोतरी की दिशा में कार्रवाई की जा रही है.
महंगाई को देखते हुए उनके पे-स्केल में परिवर्तन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टर व शिक्षक सुदूर गांवों में जाकर अपनी सेवाएं दें. मुख्यमंत्री ने प्रीमियर सेवा के गठन के लिए भी कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि बीडीओ के लिए राज्य विकास सेवा व अंचलाधिकारियों के लिए राजस्व सेवा बनाने पर काम चल रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल 80 फीसदी राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर एडीएम में ही रिटायर हो जा रहे हैं. इसकी समीक्षा लंबे समय से नहीं हुई थी. सरकार ने इस मामले को सुलझाया है. सेवा के कई अन्य कैडर भी हैं, जिनकी समीक्षा कर सुधार किया जायेगा.