राणा प्रताप
रांची : रांची पहाड़ी पर भोले बाबा का भव्य मंदिर बनाने की प्रक्रिया शुरू होने में कम से कम तीन से चार माह का समय और लगने की संभावना है. इस बीच पहाड़ी की लोड बियरिंग कैपेसिटी का आकलन किया जायेगा. विशेषज्ञ एजेंसी से पहाड़ी की मिट्टी व पत्थरों की जांच करायी जायेगी. लगभग दर्जन भर से अधिक जगहों की मिट्टी व पत्थरों की जांच होगी. सूत्रों के अनुसार एक स्थल से एकत्रित नमूने की जांच कराने पर पहाड़ी मंदिर विकास समिति को लगभग 60-70 हजार रुपये का खर्च पड़ेगा.
मेकन के अभियंताओं के सुझाव पर जिला प्रशासन ने जांच कराने का निर्णय लिया है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही पहाड़ी को सुरक्षित बनाये रखने व उसके शिखर पर प्रस्तावित भव्य मंदिर के निर्माण से संबंधित मेकन द्वारा तकनीकी रिपोर्ट तैयार की जायेगी. उल्लेखनीय है कि विगत दिनों डीजीएम जेके झा व जीएम एस पांडेय के नेतृत्व में अभियंताओं की टीम ने स्थल निरीक्षण किया था. उन सभी स्थलों का निरीक्षण किया गया, जहां-जहां मिट्टी का क्षय (अपरदन) हो रहा है. अभियंताओं ने उपायुक्त को पहाड़ी की मिट्टी व पत्थरों की जांच कराने का सुझाव दिया. उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर निर्माण के पूर्व पहाड़ी को उसके निचले हिस्से से सुरक्षित बनाना जरूरी है. मिट्टी के कटाव को रोकना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.