रांची: झारखंड के पथ निर्माण, भवन निर्माण व ग्रामीण कार्य विभाग का हाल यह है कि सीनियर अभियंता छोटे पदों व जूनियर ऊंचे ओहदे पर काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं जिन अभियंताओं पर आरोप है, जिन्हें प्रोन्नति के लिए योग्य नहीं माना गया, उन्हें बड़े पदों पर बैठा कर रखा गया है.
जिन इंजीनियरों को सरकार ने अधीक्षण अभियंता बना दिया है, उन्हें भी कार्यपालक अभियंता के पद पर छोड़ दिया गया है. जबकि जो कार्यपालक अभियंता हैं, वे अधीक्षण अभियंता से लेकर अभियंता प्रमुख तक के पद पर काबिज हैं.
अधीक्षण अभियंता जो नीचे पदों पर हैं : उमेश्वर प्रसाद सिंह (कार्यपालक अभियंता देवघर), रतन कुमार सिन्हा (कार्यपालक अभियंता भवन देवघर), रामानुज पाठक (कार्यपालक अभियंता, पथ पाकुड़), राजीव कुमार वासुदेव (कार्यपालक अभियंता एनएच), सचिंद्र कुमार (कार्यपालक अभियंता, ग्राकावि बोकारो), विनय प्रकाश सिंह (कार्यपालक अभियंता, पथ लोहरदगा), पारस न ाथ प्रसाद सिंह (कार्यपालक अभियंता), राजेंद्र प्र रूंगटा (कार्यपालक अभियंता, ग्राकावि सरायकेला), विजय कु श्रीवास्तव (कार्यपालक अभियंता, ग्राकावि खूंटी), देवेंद्र प्र सिंह (कार्यपालक अभियंता), ज्योतिंद्रनाथ दास (कार्यपालक अभियंता), ललन प्रसाद सिंह (कार्यपालक अभियंता, पथ गढ़वा), देवेंद्र कुमार (कार्यपालक अभियंता). इन इंजीनियरों को एक माह पहले अधीक्षण अभियंता के पद पर प्रोन्नति मिली है.