भारत-आसियान बैठक. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने म्यांमा में बैठक को किया संबोधितसंबंधों को मजबूत बनाने के लिए भारत बनायेगा पंचवर्षीय योजनाआर्थिक वृद्धि और विकास की उम्मीदों को पूरा करने का दिया भरोसाएजेंसियां, नेपीतॉ (म्यांमा)भारत ने शनिवार को कहा है कि वह आसियान देशों के साथ आपसी संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पंचवर्षीय कार्य योजना तैयार करेगा. यह कार्ययोजना 2016 से शुरू होगी. भारत ने कहा कि वह 10 सदस्यों के आसियान समूह के देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और व्यापार गतिविधियों में तेजी लाने के लिए संपर्क बढ़ाने पर जोर देगा. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां 12वीं भारत-आसियान बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत की नयी सरकार आसियान समूह का साथ देगी. रिश्तों को आगे बढ़ायेगी, ताकि क्षेत्र के लोगों की आर्थिक वृद्धि और विकास की उम्मीदों को पूरा किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने आसियान देशों के साथ व्यापार में उल्लेखनीय प्रगति पर भी चर्चा की. व्यापारिक क्षेत्र में लक्ष्य निर्धारित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 तक भारत-आसियान देशों के बीच सौ अरब डॉलर का व्यापार होगा. नयी ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे आपसी संबंध सुषमा ने किसी बहुपक्षीय मंच पर अपने पहले संबोधन में कहा कि जब आप अपने लंबे समय से चल रहे आसियान समुदाय के लक्ष्य 2015 में हासिल करनेवाले हैं. मैं भारत की मोदी सरकार की तरफ से आपके लिए यह आश्वासन लेकर आयी हूं कि हम आपके साथ खड़े हैं. आपसी हितों से जुड़े संबंधों को आसियान-जमा-एक की उपलब्धियों और संबंधों के लिहाज से और समूह के बहुपक्षीय उद्देश्यों दोनों ही लिहाज से दोनों ही तरह से क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे. भारत और आसियान देशों के बीच संपर्क सूत्र बढ़ाने पर जोर देते हुए सुषमा ने कहा कि भारत क्षेत्र के साथ (भौगोलिक, संस्थागत और लोगों के बीच) सभी तरह के संपर्क सूत्र कायम करना चाहता है. उन्होंने आसियान सदस्यों को भारत सरकार की प्राथमिकता से जुड़े पांच-टी से भी अवगत कराया. परंपरा, पर्यटन, व्यापार, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी, जिन्हें विदेश नीति में भी शामिल किया गया है.विदेश नीति में फाइव टी से पहले सी को दोहरायेंगेविदेश मंत्री सुषमा ने कहा कि भारत सरकार के पांच-टी से पहले मैं विदेश नीति में ‘सी’ के मूल्य को दोहराना चाहूंगी. सी यानी कनेक्टिविटी का सभी क्षेत्रों भौगोलिक, संस्थागत और दोनों तरफ के लोगों के बीच इसका महत्व है. मैं चाहती हूं कि हमारी क्षमताओं को आपसी लाभ के लिए इस्तेमाल करने में ‘सी’ के जरिये जमीनी स्तर पर यथार्थ और त्वरित कारवाई की जाये. उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही इस बारे में कार्य योजना तैयार करेगा. वर्ष 2016-2021 की तैयार करेंगे योजनाभारत और आसियान देशों के बीच 26 विभिन्न क्षेत्रों में सालाना स्तर पर बातचीत की पूरी प्रणाली है. हम जल्द ही 2016 से 2021 के लिए अपनी अगली योजना का मसौदा तैयार करेंगे. उन्होंने कहा कि आसियान-भारत के बीच रणनीतिक भागीदारी इस तथ्य के साथ अपनी मजबूती दिखाती है कि हमारी आसियान की तरफ देखनेवाली ‘पूर्व की तरफ देखो’ नीति आपकी ‘पश्चिम की तरफ देखो’ नीति से मेल खाती है. हमारी इस भागीदारी में सहभागिता और बंधुत्व की भावना है. हम सभी क्षेत्र में शांति और स्थायित्व, आर्थिक वृद्धि और समृद्धि चाहते हैं. विदेश मंत्री ने आसियान-भारत प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूह की रिपोर्ट और दृष्टिकोण वक्तव्य को बेहतर संदर्भ बताया, लेकिन कहा कि इन बिंदुओं को आज की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं और हमारे लोगों की वृद्धि और विकास की इच्छओं को ध्यान में रखते हुए इन्हें परखा जाना चाहिए.व्यापार में हुई है उल्लेखनीय प्रगतिभारत और आसियान देशों के समूह के बीच पिछले कुछ सालों में विविध क्षेत्रों विशेषकर व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2011 में 68.4 अरब डॉलर से 4.6 प्रतिशत बढ़ कर 2012 में 71.6 अरब डॉलर पर पहुंच गया. आसियान का निर्यात 43.84 अरब डॉलर रहा, जबकि भारत से आयात वर्ष 2012 में 27.72 अरब डॉलर रहा. वर्ष 2015 तक आसियान-भारत व्यापार लक्ष्य 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का रखा गया है. आसियान देशों के सदस्यों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, म्यांमा, सिंगापुर, थाइलैंड, फिलीपींस और वियतनाम शामिल हैं. आसियान और भारत के बीच वस्तुओं के क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझौता पहले ही हो चुका है. दोनों पक्ष इसे और व्यापक बनाना चाहते हैं और सेवाओं तथा निवेश को भी इसमें शामिल करना चाहते हैं. भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते पर अगस्त 2009 में हस्ताक्षर हुए थे और यह एक जनवरी 2010 को लागू हुआ. सुषमा ने अपने संबोधन में आसियान समूह का चेयरमैन बनने पर म्यांमा को बधाई दी. उन्होंने कहा कि म्यांमा के आसियान का अध्यक्ष बनने के इस अवसर का हिस्सा बनने पर हमें काफी प्रसन्नता है.
सौ अरब डॉलर का होगा व्यापार
भारत-आसियान बैठक. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने म्यांमा में बैठक को किया संबोधितसंबंधों को मजबूत बनाने के लिए भारत बनायेगा पंचवर्षीय योजनाआर्थिक वृद्धि और विकास की उम्मीदों को पूरा करने का दिया भरोसाएजेंसियां, नेपीतॉ (म्यांमा)भारत ने शनिवार को कहा है कि वह आसियान देशों के साथ आपसी संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के […]
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