रांची : साल 2019 में कई ऐसी घटनाएं घटी जो चर्चा में रही. राष्ट्रीय स्तर पर भी कई घटनाओं ने सुर्खियां बटोरी लेकिन झारखंड जैसे छोटे से राज्य में भी कई ऐसी घटनाएं घटी जो चर्चा में रही. आइये नजर डालते हैं साल की उन घटनाओं पर जिसने सुर्खियां बटोरी. कुछ ऐसे मामले जो अनसुलझले रहे. राज्य में नक्सलियों की स्थिति क्या है ?
साल 2019 की वैसी घटनाएं जो अनसुलझी रह गयी
रात के दस बजे तारीख 8 जनवरी हथियारबंद अफराधियों ने डोरंडा इलाके में सामू उरांव की हत्या कर दी. इस हमले में उनके दोस्त सुरेश उरांव भी घायल हो गये. इस मामले के पीछे किसके हाथ था, हमले में कौन लोग शामिल थे इसका पता नहीं चल पाया.
हत्यारों को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस अशोक नजर में दो भाई हेमंत और महेंद्र अग्रवाल की हत्या कर दी गयी. हत्याकांड के इतने महीनों के बाद भी पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी.
ज्वेलरी दुकान में लूट और हत्या
1दिसंबर 2019 में बरियातू थाना क्षेत्र के मोरहाबादी गीतांजलि क्लब के पास आभूषण अलंकार नाम की ज्वेलरी दुकान में अपराधियों ने दुकान के मालिक भैरव साहू को चाकू और हथौड़ी से मारकर घायल कर दिया था.
दुकान के घायल मालिक भैरव साहू को रिम्स में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस अबतक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
राजधानी रांची में सोमवार को शहर के बीचों-बीच लालपुर में दिनदहाड़े अपराधियों का उत्पात मचाया. लालपुर चौक के पास अमरावती कांप्लेक्स में स्थित जेवर दुकान ‘गहना घर’ में लूट के इरादे से घुसे अपराधियों ने दुकान के संचालक दो सगे भाइयों को गोली मार कर घायल कर दिया था. अपराधियों की तस्वीर सीसीटीवी फुजेट जारी की गयी लेकिन अपराधियों का कुछ पता नहीं चला.
ऐसे कई मामले हैं जो अनसुलझे रहे तो कुछ मामलों पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने सुर्खियां भी बटोरी. में बहुचर्चित बीटेक छात्रा हत्याकांड में गिरफ्तार राहुल राय को शनिवार को सीबीआइ की कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी है.16 दिसंबर 2016 : सुबह आठ बजे इस हत्याकांड के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी. इस साल इस मामले में 21 दिसंबर 2019 को सीबीआइ की कोर्ट ने राहुल को फांसी की सजा दी.
नक्सली घटनाओं का क्या रहा हाल
सरायकेला जिले में चांडिल के पास 14 जून शाम 5.45 बजे नक्सलियों ने पुलिस की गश्ती दल पर हमला किया. इसमें दो एएसआई सहित पांच जवान शहीद हो गए थे. पिछले 5 सालों में नक्सली घटनाएं कम हुई हैं लेकिन पुलिस जवानों को इसका ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. पिछले पांच सालों की नक्सल घटनाओं के आंकड़ों पर ध्यान दे तों वर्ष 2014 में 231, में 2015 में 196, वर्ष 2016 में 196, वर्ष 2017 में 186,वर्ष 2018 में 118 और वर्ष 2019 में लगभग 100 से ज्यादा घटनाएं हुई हैं. 2019 में अबतक 26 नक्सली मारे गए है. झारखंड पुलिस हर बार नक्सलवाद के खात्मे का दावा करती रही है. इस साल दावा यह है कि सिर्फ 550 नक्सली बचे हैं. इसी महीने लैंडमाइंस विस्फोट में लोगों की मौत की खबर बताती है कि नक्सवाद राज्य से अभी खत्म नहीं हुआ है. राज्य में सीआरपीएफ की 122 कंपनी, आइआरबी की 5 कंपनी और झारखंड जगुआर की 40 कंपनी फोर्स लगी हुई है.
राजधानी रांची में छिनतई की घटना ने डराये रखा
राजधानी रांची में बाइकर गैंग का खौफ रहा. सड़क पर चलती गाड़ी से पर्स और चैन के छिनतई की खबर परेशान करती रही. शहर के ही एक बड़े आईपीएस अधिकारी की मां से बीच सड़क पर छिनतई की.
अब पढ़िये वैसी घटनाएं जिसकी साल साल 2019 में सबसे ज्यादा चर्चा रही
तबरेज की मॉब लिंचिंग
झारखंड मॉब लिचिंग के लिए बदनाम रहा है. इस साल 17 जून को तबरेज अंसारी की मौत ने मॉब लिचिंग पर नयी बहस छेड़ दी थी. 17 जून को सरायकेला में तबरेज अंसारी नाम के शख्स को ग्रामीणों ने चोरी के आरोप में पकड़ा था और जमकर पिटाई की थी. 4 दिन बाद सदर अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.
लॉ की छात्रा के साथ गैंगरेप
देशभर में गैगरेप और महिला सुरक्षा का मुद्दा छाया हुआ था. 26 नवंबर को रांची में लॉ की छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात ने ना सिर्फ राज्य में बल्कि देशभर में सनसनी फैला दी . हालांकि इस शर्मनाक वारदात को अंजाम देने वाले सभी 12 आरोपियों को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया था.
गढ़वा जिले में एक ही परिवार के चार लोगों के आत्महत्या की खबर
12 अगस्त को एक ही परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या कर ली. कैंसर से पीड़ित शिव कुमार बैठा ने अपनी पत्नी और दो बेटियों की हत्या करने के बाद आत्महत्या की थी.
एटीएम से लाखों की लूट
रामगढ़ जिले में एटीएम से 42 लाख रुपये लूट का मामला चर्चित रहा. 5 मई की देर रात मांडू स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के एटीएम से कुछ लोगों ने पैसे उड़ा लिये. एटीएम तोड़कर उसमें रखे 42 लाख रुपये निकाले.
दो भाई की हत्या
एक न्यूज चैनल के दफ्तर में दो लोगों का शव मिला. 6 मार्च को यह हत्या हुई. पैसे के लेन-देन में दोनों अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. अबतक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया.