रांची : चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के फेस्टिवल ऑफ होप-2019 की संयोजक नोरा सिंह ने कहा कि बाइबल में ऐसी कई महिलाओं की चर्चा है, जिन्होंने सशक्त नेतृत्व का उदाहरण पेश किया. इनमें हेवा, सारा, रेबेका, रेचल, मरियम, डबोरा, डेलायला, रुथ, रानी एस्थर शामिल हैं. महिलाएं अपने गुण से सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं. नोरा सिंह बिशप वेस्टकॉट स्कूूल में सीएनआइ की स्थापना के 50 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित फेस्टिवल ऑफ होप में नारी सशक्तीकरण विषय पर बोल रही थीं.
महिलाओं में जागरूकता फैलाने की जरूरत : नोरा ने कहा कि नारी हर क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन कर रही हैं, पर कुछ इलाकाें में पारिवारिक-सामाजिक कारणों से पिछड़ेपन की शिकार भी है़ं ऐसी जगहों पर जागरूकता फैलाने की जरूरत है. महिलाओं को शिक्षा व सरकारी योजनाओं से जोड़ने की जरूरत है. स्वतंत्रता, समानता के अधिकार, जननी सुरक्षा, महिला थाना, परिवार परामर्श केंद्र, ग्राम पंचायत आदि के बारे में उन्हें जानकारी दें. इसमें कलीसिया भी उनकी मदद करेगी़
बच्चों को आध्यात्मिक व नैतिक बातों की जानकारी दें : नोरा सिंह ने कहा कि बच्चे आज टीवी, मोबाइल आदि में व्यस्त रहते हैं और धार्मिक बातों से दूर हो रहे हैं.
यहां माताओं की जिम्मेवारी है कि वे कहानी, कविता, चित्र आदि के माध्यम से बच्चों को आध्यात्मिक व नैतिक बातों की जानकारी दे़ं घर में प्रार्थनामय माहौल रखे़ं मौके पर डिप्टी मोडरेटर बिशप विजय कुमार नायक, छोटानागपुर डायसिस के बिशप बीबी बास्के, बिशप पीपी हाबिल, सुरेश जेकब, सेलिस अग्रवाल, जोशुआ रतलम, पीपी तिवारी, बिशप वेस्कॉट ब्वाॅयज स्कूल के प्राचार्य आरआइ थॉर्नटन, बिशप वेस्टकॉट गर्ल्स स्कूल की प्राचार्या एन जेकब्स, राजकुमार नागवंशी, एकता पीटर आदि मौजूद थे़ कार्यक्रम में 23 डायसिस की 500 महिलाएं शामिल हुईं.
मेडिकल कॉलेज खोलने की है योजना
सीएनआइ सिनोड के कोषाध्यक्ष प्रो जयंत अग्रवाल ने कहा कि कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों की स्थापना के बाद अब हम एक मेडिकल कॉलेज खोलना चाहते है़ं चर्च की खाली पड़ी जमीन पर बागवानी आदि के लिए युवा व महिलाओं को जोड़ा जा सकता है़ पशुपालन, डेयरी के क्षेत्र पर भी ध्यान दिया जायेगा़ बिशप मनोज चरण ने कहा कि महिलाएं खुद सशक्त हैं, बस उन्हें अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है़ मोडरेटर पीसी सिंह ने कहा कि अगला कार्यक्रम जबलपुर में होगा़