रांची: जिला प्रशासन ने 19 आर्म्स लाइसेंस धारियों के कागजात को जांच के लिए जम्मू-कश्मीर भेजा है. ये लाइसेंस जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों से जारी किये गये हैं. इन लाइसेंस धारियों के आर्म्स लाइसेंस के सत्यापन रोक लगा दी गयी है. उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने जम्मू-कश्मीर के विभागों से कहा गया है कि आर्म्स के लाइसेंस का सत्यापन जल्द करें, ताकि आवश्यक कार्रवाई हो सके . बताया जाता है कि इन सभी लाइसेंसधारियों के लाइसेंस पर जिला प्रशासन को संदेह है, इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है. पिछले साल भी जम्मू-कश्मीर से बने 15 लाइसेंस फरजी पाये गये थे. यह मामला कश्मीर से भेजे गये दस्तावेजों से पकड़ में आया था.
5000 में से 2500 आर्म्स का हुआ सत्यापन : हथियारों के सत्यापन के प्रति लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं. कई बार सत्यापन के लिए जिला प्रशासन की ओर से आदेश निकाला गया, लेकिन इसके प्रति लोगों ने दिलचस्पी नहीं दिखायी. रांची जिले में लगभग 5000 लाइसेंसी हथियार हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 2500 लोगों ने ही अपने हथियारों का वेरिफिकेशन कराया है. इसे गंभीरता से लेते हुए डीसी ने सभी लोगों को निर्देश दिया है कि वे लोग 30 जुलाई तक अपने हथियारों का वेरिफिकेशन करा लें, अन्यथा कार्रवाई होगी.
शस्त्र का सत्यापन जरूरी
गृह सचिव, झारखंड सरकार ने पत्र (संख्या-26 दिनांक तीन जनवरी 2004) जारी कर यह सुनिश्चित किया है कि शस्त्र लाइसेंसधारी को अपने लाइसेंस पर लिये गये शस्त्र का प्रत्येक वर्ष निरीक्षण करना जरूरी है. इसके लिएनिर्धारित शुल्क का भुगतान भी करना होता है.