रांची : राजधानी रांची की सड़कों पर लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए शुरू की गयी पब्लिक बाईसिकल शेयरिंग सिस्टम की सफलता अब रंग लाने लगी है. रांची के बाद अब झारखंड के अन्य दो शहरों धनबाद और जमशेदपुर में भी ये सेवा जल्द शुरू होगी. इसको लेकर राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है. गुरुवार को राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार ने प्रोजेक्ट भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में जमशेदपुर और धनबाद में साईकिल शेयरिंग सेवा शुरू करने को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की और कई आवश्यक निर्देश दिये.
निदेशक ने कहा कि रांची में साईकिल का इस्तेमाल लोग बड़े ही उत्साह के साथ कर रहे हैं. इस साइकिल सेवा के शुरू होने से लोगों को अपने घर तक पहुंचने का एक सस्ता व आसान परिवहन का माध्यम मिल गया है और बड़ी संख्या में लोग अपने स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने अक्तूबर तक सभी अधिकारियों से आईटीडीपी के साथ मिलकर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया और कहा कि इसमें यह भी ध्यान रहे कि जो तकनीकी दिक्कतें रांची में आ रही है वो दूसरे शहरों में न आए.
बैठक में किये गये महत्वपूर्ण निर्णय
अक्तूबर तक शहरों में साइकिल सर्विस शुरू करने को लेकर फिजिब्लिटी रिपोर्ट तैयार किया जायेगा.
आईटीडीपी और स्थानीय नगर निकाय मिलकर करेगा सर्वे.
सर्वे और फिजिब्लिटी रिपोर्ट के बाद आरएफपी बनेगा.
रांची में भी आईटीडीपी के साथ मिलकर साईकिल सेवा पर फिडबैक सर्वे कराया जायेगा.
इस फिडबैक के हिसाब से दूसरे शहरों में योजना में संशोधन संभव हो सकेगा.
नगर निकाय साईकिल स्टेशन के लिए लोकेशन फाइनल करें.
साईकिल शेयरिंग के क्या होंगे फायदे
घर से बस/ऑटो स्टॉप तक जाने व आने के लिए भी उपलब्ध होगी परिवहन सुविधा.
साईकिल सेवा शुरू होने से सड़कों पर कम होगा गाड़ियों का दबाव, ट्रैफिक होगी स्मूथ.
शहर में प्रदूषण स्तर को कम करने में मिलेगी मदद.
लोगों का स्वास्थ्य भी होगी बेहतर.
पार्किंग का कोई झंझट नहीं.
24 घंटे मिलेगी इस परिवहन की सेवा.
नॉमिनल चार्ज होने के कारण पॉकेट भी होगा मजबूत.
गौरतलब है कि पिछले दिनों अर्बन ट्रांसपोर्ट को सुगम व सुचारु करने को लेकर हुई एक बैठक में विभागीय सचिव अजय कुमार सिंह ने घोषणा की थी कि धनबाद और जमशेदपुर में भी साईकिल सेवा की शुरुआत होनी चाहिए. उसी परिपेक्ष्य में ये पहल शुरू की गयी है. बैठक में सूडा के निदेशक अमीत कुमार के साथ-साथ सहायक निदेशक, सूडा रामकृष्णा कुमार, रांची स्मार्ट सिटी के जीएम राकेश कुमार नंदक्योलियार, आईटीडीपी के राजेंद्र वर्मा सहित दोनों शहरों के अधिकारी मौजूद रहे.