बैठक में बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक एके दास ने कहा
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की दो दिवसीय बैठक संपन्न
रांची : झारखंड में लघु व मध्यम उद्योगों में अपार संभावनाएं हैं. उद्योग लगने से बैंकों को भी लाभ होगा. झारखंड में सीएनटी एक्ट में बदलाव लाया जाये, तो काफी लाभ होगा. इससे ऋण में तेजी आयेगी. उक्त बातें बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक एके दास ने शुक्रवार को कही. श्री दास राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की दो दिवसीय परामर्शी और विचार प्रक्रिया बैठक में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि 55 प्रतिशत से अधिक शाखाएं ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. झारखंड में कनेक्टिविटी की समस्या है. इसे दूर किया जाये, तो डिजिटल इंडिया का सपना पूरा हो पायेगा. श्री दास ने कहा कि बांस, महुआ, लाह आदि के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का कलस्टर बना कर ऋण दिया जाये, तो बैंकों के लिए यह बढ़िया होगा. आठ से 10 साल में मंदी का दौर आता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार एक्सपोर्ट, ऑटो सेक्टर सहित अन्य सेक्टरों के लिए नयी पॉलिसी लाने जा रही है.
इससे मंदी में सुधार आयेगा. मौके पर एसएलबीसी के महाप्रबंधक सह बैंक ऑफ इंडिया के फील्ड जनरल मैनेजर चंद्रशेखर सहाय, बीओआइ के जीएम शंकर प्रसाद मौजूद थे. बीओआइ के कार्यपालक निदेशक एके दास ने कहा कि हाउसिंग व कार लोन को रेपो रेट से जोड़ा जायेगा. सभी बैंक इस पर काम कर रहे हैं. बैंक ऑफ इंडिया एक सितंबर से इसे लागू कर रहा है.