नहीं उड़ रहा जेलिन विमान, बोले सीएस
रांची : मुख्य सचिव सह नागर विमान सचिव सजल चक्रवर्ती ने महानिदेशक नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में वर्ष 2007 में ही तीन जेलिन विमान खरीदे गये थे. वर्ष 2011 में इसके उड़ान के लिए लाइसेंस का आवेदन दिया गया था.
पर कुछ न कुछ तकनीकी खामी गिनाकर डीजीसीए लाइसेंस नहीं दे रहा है. जानबूझ कर तंग करने के उद्देश्य से मामला अटकाया जा रहा है. इसकी शिकायत नागर विमानन मंत्रालय के सचिव से भी की गयी थी. उनके निर्देश के बावजूद डीजीसीए लाइसेंस नहीं दे रहा है.
इसके चलते यह जेलिन विमान पड़ा हुआ है. इसके रख-रखाव व मेंटेनेंस पर प्रतिमाह साढ़े सात लाख रुपये खर्च हो रहे हैं. वर्ष में करीब एक करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. वर्ष 2011 से यह खर्च हो रहा है.
सीएस ने कहा कि यदि एक माह के अंदर लाइसेंस नहीं दिया जाता है तो झारखंड सरकार डीजीसीए पर केस करेगी. सीएस ने कहा कि डीजीसीए के अधिकारी घूस मांगते हैं. भला सरकारी महकमा घूस कैसे दे सकता है.