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रांची : 546 नयी औद्योगिक इकाइयां जमीन पर उतरीं, लोगों को मिलेगा रोजगार
उद्योग और खान एवं भूतत्व विभाग के कार्य प्रगति की समीक्षा में सीएम ने कहा रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पिछले साढ़े चार साल में 546 नयी औद्योगिक इकाइयां जमीन पर उतरी हैं. इसमें 70961.96 करोड़ का निवेश हो रहा है तथा इससे 1,30,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. इनमें […]
उद्योग और खान एवं भूतत्व विभाग के कार्य प्रगति की समीक्षा में सीएम ने कहा
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पिछले साढ़े चार साल में 546 नयी औद्योगिक इकाइयां जमीन पर उतरी हैं. इसमें 70961.96 करोड़ का निवेश हो रहा है तथा इससे 1,30,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. इनमें से 120 इकाइयों में काम शुरू हो चुका है तथा 144 इकाइयों में बहुत जल्द काम शुरू होगा. खाद्य प्रसंस्करण की 99 इकाइयां जमीन पर उतरी हैं. अगले चार महीने में उत्पादन शुरू हो जायेगा.
झारखंड में गारमेंट्स इंडस्ट्रीज ने भी रुचि दिखाई है. छह गारमेंट्स मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में कार्य शुरू हो चुका है, जिनमें 9000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है. 36 इकाइयों में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा. देवघर में प्लास्टिक पार्क और धनबाद जिले के निरसा प्रखंड में लेदर एवं फुटवेयर पार्क की आधारभूत संरचना का निर्माण जल्द होगा. मुख्यमंत्री ने यह बात प्रोजेक्ट भवन में उद्योग एवं खान विभाग की समीक्षा करते हुए कही.मुख्यमंत्री ने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और वन उत्पाद आधारित छोटे-छोटे उद्योग लगाये जायें.
गांवों में रोजगार सृजन हो और उनका आर्थिक विकास हो. बांस हस्तशिल्प, मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन, फल सब्जी व कृषि आधारित उत्पादन, माटी कला पर आधारित उद्योग और तसर आधारित हस्तशिल्प के संगठित उद्योग को बढ़ावा दें.
श्री दास ने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड देश के पहले चार राज्यों में है. वहीं, फीडबैक रैंकिंग पर पांचवें स्थान पर है. झारखंड में सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया गया, जो सिंगल विंडो क्लीयरेंस अधिनियम 2015 के तहत निवेश प्रस्तावों और व्यापार करनेवालों को सरकार की ओर से अधिक से अधिक सुविधाएं दी जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची में एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स बनाया गया है.
बरही होगा अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर का नोडल प्वाइंट : मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हजारीबाग के बरही में इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर के तहत अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर का नोडल प्वाइंट बनेगा.
उन्होंने कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 185 करोड़ की लागत से इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर की स्थापना होगी. दुमका के सरैयाहाट में स्टोन कलस्टर एवं एग्रीकल्चर इंप्लीमेंट कलस्टर बनाया जायेगा. दुमका में बैंबू आर्टिजन कॉन्क्लेव 2019 का आयोजन किया जायेगा. रामगढ़ के गोला और दुमका में अगस्त माह में टेराकोटा ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की जायेगी.
खनन राजस्व में 2014-15 की तुलना में 15.70% की वृद्धि : खनन विभाग की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि खनन कार्य के लिए आवेदन करने के बाद समयबद्ध तरीके से उसका निष्पादन करें. पर्यावरण क्लीयरेंस भी पारदर्शी तरीके से और समयबद्ध हो.
राजस्व में 2014-15 की तुलना में साढ़े चार साल में 15.70% की वृद्धि हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस खनन ब्लॉक का आवंटन किया गया है उनमें हो रहे कार्यों की प्रत्येक माह समीक्षा की जानी चाहिए.बैठक में अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, उद्योग सचिव के रवि कुमार, खान एवं भूतत्व सचिव अबुबकर सिद्दीख सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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