रांची: आयकर विभाग ने लौह अयस्क व्यापारी पदम कुमार जैन व आयरन ओर निर्यात करनेवाली कोर मिनरल्स के ठिकानों से एक करोड़ नकद और कई दस्तावेज जब्त किये हैं.
छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ है कि इन व्यापारियों ने कर चोरी करने के उद्देश्य से अपने हिसाब-किताब में व्यापारिक गतिविधियों में अधिक खर्च दिखाया. इस बात का खुलासा हुआ है कि कोर मिनरल्स ने अपनी लाइबेरिया की व्यापारिक गतिविधियों में घाटा दिखा कर वास्तविक आमदनी छिपाने की कोशिश की है. दोनों के चाईबासा, बड़बिल और चेन्नई स्थित ठिकानों पर आयकर की छापेमारी शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी थी.
आयकर विभाग को जब्त दस्तावेज से इस बात की जानकारी मिली है कि पदम कुमार जैन ने लौह अयस्क के व्यापार में पांच से छह फीसदी मुनाफा दिखा कर कर की चोरी की.
उन्होंने 1800 रुपये एमटी की दर से लौह अयस्क की बिक्री दिखायी है. राज्य के दूसरे लौह अयस्क व्यापारी 35 से 45 प्रतिशत तक मुनाफा दिखाते हैं. पदम कुमार जैन ने कोर मिनरल्स के मालिकों के साथ दो एकरारनामा कर रखा है.
ओरिएंटल रिसोर्स से किया एकरारनामा
पीबी आनंदम और श्रीमती पी प्रमीला के पास कोर मिनरल्स का मालिकाना हक है. इन दोनों ने ओरिएंटल रिसोर्स के नाम से एक और कंपनी बना रखी है. पदम कुमार जैन ने एक एकरारनामा ओरिएंटल रिसोर्स के साथ किया है. इसके तहत उनकी खदानों से लौह अयस्क निकालने का काम ओरिएंटल रिसोर्स ही करेगी.
कोर मिनरल्स के साथ भी एकरारनामा : पदम कुमार जैन ने दूसरा एकरारनामा कोर मिनरल्स के साथ किया है. इसके तहत ओरिएंटल रिसोर्स द्वारा निकाला गया लौह अयस्क कोर मिनरल्स खरीदेगा. इन दोनों एकरारनामों के तहत पदम जैन की खदानों से पीबी आनंदम की एक कंपनी लौह अयस्क खनन करती है, वहीं दूसरी कंपनी उसे खरीदती और निर्यात करती है.
कंप्यूटरों की भी जांच
पदम जैन के ठिकानों से मिले कंप्यूटरों में व्यापारिक गतिविधियों में अधिक खर्च दिखाया गया है. उनसे संबंधित लोग कंप्यूटरों में दर्ज खर्च के हिसाब-किताब के एक बड़े हिस्से को दस्तावेज से साबित नहीं कर पा रहे हैं. पीबी आनंदम की कंपनी कोर मिनरल्स ने भी अपनी वास्तविक आमदनी छिपाने के लिए व्यापारिक गतिविधियों में अधिक खर्च दिखा कर मुनाफा कम दिखाने की कोशिश की है. इस कंपनी का शिपिंग का भी व्यापार है. शिपिंग में हुए मुनाफे को कम करने के लिए कंपनी ने लाइबेरिया स्थिति अपनी व्यापारिक गतिविधियों में घाटा दिखाया है.