लोहरदगा : राज्य में आधिकारिक रुप से 18 जिले माओवाद से प्रभावित घोषित किये जाने के बीच झारखंड सरकार अपने नक्सल विरोधी अभियान की फिर से समीक्षा कर रही है.
झारखंड के राज्यपाल सैयद अहमद के सलाहकार के विजय कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य से नक्सलवाद के सफाये के लिये एक विशेष योजना प्रगति पर है.’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि नक्सलवाद ने राज्य के विकास में बाधा डाली है. सीआरपीएफ के सेवानिवृत्त डीजीपी ने कहा कि नक्सली प्रगति नहीं चाहते हैं और विकास की राह में रुकावट बन गये हैं.
वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात के बाद कुमार ने विकास परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया. पुलिस रिकार्ड के मुताबिक राज्य के 24 जिलो में से 18 नक्सल प्रभावित हैं जबकि दो अन्य जिलों पाकुर और दुमका में हाल ही में छिटपुट नक्सल गतिविधियां सामने आयी हैं. झारखंड में कम से कम छह नक्सली संगठन सक्रिय हैं जिसमें सीपीआई (माओवादी) भी शामिल है.