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रांची-लोहरदगा रूट पर मेमू और रांची-सनकी रूट पर डेमू चलेगी
रांची : रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा है कि रांची-लोहरदगा लाइन में मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टिपल यूनिट) ट्रेन और हटिया-सनकी लाइन में डेमू (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टिपल यूनिट) ट्रेन जल्द ही चलायी जायेगी. वहीं, रांची-दुमका ट्रेन में दो एसी बोगियां लगायी जायेंगी. श्री लोहानी रविवार को चक्रधपुर जाने के क्रम में रांची के […]
रांची : रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा है कि रांची-लोहरदगा लाइन में मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टिपल यूनिट) ट्रेन और हटिया-सनकी लाइन में डेमू (डीजल इलेक्ट्रिकल मल्टिपल यूनिट) ट्रेन जल्द ही चलायी जायेगी. वहीं, रांची-दुमका ट्रेन में दो एसी बोगियां लगायी जायेंगी. श्री लोहानी रविवार को चक्रधपुर जाने के क्रम में रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने पत्रकारों को बताया कि यात्री ट्रेनों के फ्लेक्सी फेयर पर बहुत जल्द निर्णय ले लिया जायेगा. उम्मीद है सात से दस दिनों के अंदर इसमें बदलाव भी कर दिया जायेगा. धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर यात्री और गुड्स ट्रेनें चलाने के सवाल पर श्री लोहानी ने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन निश्चित रूप से लाइफलाइन है.
डायरेक्टर जेनरल ऑफ माइंस ने इस लाइन को असुरक्षित घोषित कर दिया है. ऐसी स्थिति में जब तब नयी गाइड लाइन नहीं आ जाती है, तब तक इस रूट पर यात्री और गुड्स ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा सकता है. बिहार और असम में बाढ़ के बाद ट्रेनों का परिचालन बंद करने के सवाल पर श्री लोहानी ने कहा कि अगर कोई एजेंसी किसी रेल रूट को असुरक्षित घोषित कर देती है, तो उसपर ट्रेन चलाना मुश्किल है.
सड़क मार्ग से चक्रधरपुर रवाना हुए चेयरमैन : पत्रकारों से बातचीत के बाद श्री लोहानी सड़क मार्ग से चक्रधरपुर के लिए रवाना हुए. एयरपोर्ट पर डीआरएम विजय कुमार गुप्ता, एडीआरएम विजय कुमार, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक नीरज कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवनीश कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से कुछ सीधे सवाल
बीसीसीएल ने वर्ष 2005 में ही धनबाद-पत्थराडीह रेल रूट पर ट्रेनों का परिचालन बंद करने को कहा था. लेकिन 13 वर्ष बाद भी यह लाइन क्यों चालू है?
धनबाद-पत्थराडीह रूट के बारे में बीसीसीएल ने कहा था, जबकि धनबाद-चंद्रपुरा रूट के बारे में डायरेक्टर जेनरल ऑफ माइंस सेफ्टी ने कहा था. दोनों में बहुत फर्क है. अगर हमारा सीसीआरएस किसी लाइन को अनसेफ बता दे, तो हम उस पर ट्रेन नहीं चला सकते हैं.
मुख्यमंत्री रघुवर दास कई बार रेलवे का जोनल ऑफिस झारखंड में लाने की बात कह चुके हैं. इस पर क्या कोई कार्रवाई हो रही है?
अभी इस मुद्दे पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है.
रांची-लोहरदगा रूट का विद्युतीकरण कार्य पूरा हो चुका है. इस पर राजधानी एक्सप्रेस कब से चलेगी?
फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं कह सकते.
रांची-कोडरमा रेल लाइन में टाटी तक धनबाद मंडल का कंट्रोल है. आपातकालीन स्थिति में धनबाद से पहले रांची रिस्पांस कर सकता है. ऐसे में क्यों नहीं रांची को टाटी का कंट्रोल दे दिया जाये?
इस बाबत में संबंधित अधिकारियों से जानकारी लूंगा.
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