गोमो से खुली ट्रेन, चालक दल को तेलो में मिली गार्ड के नहीं होने की सूचना
रांची/गोमो : हटिया जाने वाली ट्रेन में पटना से गोमो तक पूर्व-मध्य रेल के गार्ड की ड्यूटी रहती है. गोमो में दक्षिण-पूर्व रेलवे का गार्ड ट्रेन को हटिया तक ले जाता है. शुक्रवार को तड़के 3.45 बजे ट्रेन गोमो पहुंची. गोमो तक ट्रेन लाने के बाद गार्ड उतर गया, लेकिन यहां से दूसरा गार्ड ऐरिक एक्स नहीं चढ़ा. इस बीच चालक दल ने ग्रीन सिग्नल देख ट्रेन आगे बढ़ा दी. नियमत: गार्ड के सिग्नल दिखाने के बाद ही चालक दल को ट्रेन को आगे बढ़ाना होता है. इधर, बिना गार्ड के ट्रेन को आगे बढ़ता देख गोमो स्टेशन पर मौजूद रेल कर्मचारियों ने शोर भी मचाया, लेकिन तब तक पायलट अपने केबिन के अंदर जा चुका था.
गोमो से मिली चंद्रपुरा स्टेशन को जानकारी : गार्ड ऐरिक एक्स ने ट्रेन में नहीं चढ़ने और रवाना होने की जानकारी गोमो के रेल अधिकारियों को दी, तो उन्हें सांप सूंघ गया. तत्काल गोमो स्टेशन से चंद्रपुरा स्टेशन अधीक्षक को मामले की जानकारी दी गयी. तब तक ट्रेन बिना गार्ड के गोमो से चंद्रपुरा तक 17 किमी का सफर पूरा कर चुकी थी. ऐरिक एक्स भले गोमो में छूट गये थे, लेकिन उनका बक्सा गार्ड ब्रेक में चला गया. चंद्रपुरा से गोमो के गार्ड मोहम्मद अंसारी ट्रेन को बोकारो स्टील सिटी स्टेशन तक ले गये. वहां से दक्षिण-पूर्व रेलवे का गार्ड हटिया तक ट्रेन ले गया. इस घटना की वजह से ट्रेन करीब 1:50 घंटे देरी से (सुबह 9:10 बजे) हटिया पहुंची. जबकि, हटिया पहुंचने का समय सुबह 7:20 बजे है.
टेल लैंप लगाने गया था गार्ड : गोमो में चर्चा है कि हटिया का गार्ड ऐरिक एक्स ट्रेन की अंतिम बोगी के पीछे टेल लैंप लगाने गया था. इसी बीच ट्रेन गोमो से बिना गार्ड के खुल गयी. हालांकि, यह बात रेलकर्मियों के गले नहीं उतर रही है. कहा जा रहा है कि ऐरिक एक्स ने वाकी-टॉकी से चालक से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
पटना-हटिया एक्सप्रेस (18623) में गार्ड सवार हुआ ही नहीं और चालक दल ने ट्रेन दौड़ा दी. इसकी जानकारी गोमो से 17 किमी आगे तेलो जाने पर मिली, तो रेल महकमे में हड़कंप मच गया. ट्रेन के चंद्रपुरा स्टेशन पहुंचने पर वहां से दूसरे गार्ड की मदद से ट्रेन बोकारो ले जायी गयी. संरक्षा नियमों का उल्लंघन होने पर दक्षिण-पूर्व रेलवे ने दोषी गार्ड ऐरिक एक्स को सस्पेंड कर दिया है. मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. चालक दल पर भी सवाल उठ रहे हैं.
घोर लापरवाही
रेलवे प्रशासन ने प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए गार्ड को किया
सस्पेंड, स्पष्टीकरणभी मांगा गया
पटना से हटिया आ रही थी यह ट्रेन, गोमो में दक्षिण-पूर्व रेलवे के गार्ड को चढ़ना था ट्रेन पर
मध्य-पूर्व रेलवे का गार्ड चंद्रपुरा से बोकारो तक लेकर आया ट्रेन, यहां से दक्षिण-पूर्व का गार्ड चढ़ा
क्या कहता है नियम
रेलवे का नियम कहता है कि किसी भी ट्रेन को खोलते समय चालक तथा गार्ड को ऑल राइट सिग्नल देना पड़ता है. दोनों एक दूसरे के सिग्नल को देखने के बाद ही ट्रेन गंतव्य की ओर रवाना करते हैं. अगर किसी कारणवश गार्ड सिग्नल नहीं दिखा पाया, तो चालक दल वॉकी-टॉकी से गार्ड से संपर्क कर ऑल राइट सिग्नल का मिलान करता है. चालक दल बिना ऑल राइट सिग्नल मिले किसी कीमत पर ट्रेन आगे नहीं बढ़ा सकता है. ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि बिना ऑल राइट सिग्नल मिले चालक दल ने ट्रेन कैसे आगे बढ़ा दी.
इस मामले में संबंधित ट्रेन के गार्ड ऐरिक एक्स और ट्रेन के चालक दल से पूछताछ की गयी है. प्रथमदृष्टया गार्ड को दोषी मानते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है. साथ ही उससे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. वहीं, चालक दल पर अभी कार्रवाई नहीं की गयी है. पूरे मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गयी है.
अवनीश कुमार, सीनियर डीसीएम,
रांची रेल मंडल
इस ट्रेन में दक्षिण-पूर्व रेलवे के कर्मचारी काम करते हैं. मामले में रांची रेल मंडल के अधिकारी ही बता सकते हैं.
पीके मिश्रा, पीआरओ, धनबाद