27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची : रिम्स के लिए मशीनों की खरीद में फंसा है सिंगल टेंडर का पेच

रांची : रिम्स के विभिन्न विभागों के लिए मशीनाें की खरीद में टेंडर का पेच फंस गया है. रिम्स द्वारा निकाले गये ई-टेंडर में अधिकांश विभाग में एक ही कंपनी ने रुचि दिखायी है. इस कारण मशीनाें की खरीद नहीं हो पा रही है. वहीं, मशीनें नहीं आने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही […]

रांची : रिम्स के विभिन्न विभागों के लिए मशीनाें की खरीद में टेंडर का पेच फंस गया है. रिम्स द्वारा निकाले गये ई-टेंडर में अधिकांश विभाग में एक ही कंपनी ने रुचि दिखायी है. इस कारण मशीनाें की खरीद नहीं हो पा रही है. वहीं, मशीनें नहीं आने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है.
सिंगल टेंडर के कारण ही रिम्स के हड्डी विभाग में सी-आर्म मशीन नहीं खरीद नहीं हो पा रही है. सी-आर्म के लिए एक ही कंपनी के दो प्रोपराइटर ने आवेदन कर दिया है. इसके कारण तकनीकी समिति ने निविदा शर्ताें का अवलोकन करने पर निर्णय लिया गया है.
उधर, पैथोलॉजी विभाग में 10 उपकरण के लिए निकाली गयी निविदा में लगातार सिंगल टेंडर आ रहा है. ऐसे में क्रय समिति में मामला को रखकर निर्णय लेने को कहा गया. यही हाल माइक्रोबॉयोलाॅजी विभाग में हुआ है. वहां भी एक ही टेंडर मिल रहा है. ऐसे में रिम्स प्रबंधन विभाग से अनुमति लेकर उपकरणों की खरीदारी की जा सकती है. गौरतलब है कि रिम्स प्रबंधन की तकनीकी समिति की बैठक 21 अगस्त को हुई थी, जिसमें यह निर्णय लिया है.
सी-आर्म मशीन के अभाव में नहीं हो रहे हैं मरीजों के ऑपरेशन
हड्डी विभाग के लिए सी-आर्म मशीन की खरीदारी का मामला लटक जाने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी हड्डी के मरीजाें को हाे रही है. सी-आर्म का एक मशीन है, जो बीच-बीच में खराब हाे जाता है. मरीजों का ज्यादा लोड हो जाने के कारण एक मशीन की आवश्यकता विभाग काे पड़ रही है, लेकिन मामला लगातार टल जा रहा है.
सिंगल टेंडर के कारण कई विभाग में मशीन की खरीदारी नहीं हो पा रही है, लेकिन मरीज हित में इस पर कोई फैसला लेना पड़ेगा. मंत्री व विभाग से इस संबंध में दिशा निर्देश मांगा गया है.
डॉ आरके श्रीवास्तव, निदेशक, रिम्स

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें