रांची: पश्चिमी सिंहभूम के सोनुवा सहित आसपास के इलाके में बिना सुरक्षा के काम नहीं होगा. जब तक इन इलाकों का माहौल नहीं सुधरेगा, ठेकेदार काम नहीं करेंगे. वहां काम करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा मिलेगी, तभी काम शुरू होगा. यह स्थिति गुमला व खूंटी के भी कुछ हिस्सों में है. वहां भी सुरक्षा के बिना काम नहीं कराया जायेगा.
यानी ठेकेदार अब अपने रिस्क पर काम नहीं करेंगे. सोनुवा में पुल बना रहे ठेकेदार के स्टाफ की हत्या कर दी गयी थी. इस घटना ने सबको दहला दिया है. आला अफसरों से लेकर इंजीनियर तक इस घटना से चंतित हैं. ठेकेदारों ने तो काम बंद ही कर दिया है, इंजीनियर भी उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से नसीहत दे रहे हैं कि पहले जान बचाने का उपाय करें.
अब पहले जान, फिर काम के तर्ज पर वहां ठेकेदार व इंजीनियर चल रहे हैं. सोनुवा के साथ ही मनोहरपुर, खूंटी व पश्चिमी सिंहभूम तथा गुमला व खूंटी के सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़ी संख्या में ग्रामीण सड़कों व पुलों की योजनाएं ली गयी हैं. इन योजनाओं पर काम चल भी रहा था. बीच-बीच में उग्रवादियों के कारण काम धीमा हो रहा था. फिर भी ठेकेदार किसी तरह काम खींच रहे थे, पर सोनुवा की घटना के बाद से इन इलाकों में दहशत है.