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रांची : व्यवसायी व ओला के मैनेजर ने फंदे पर लटक कर दी जान

रांची : राजधानी के दो अलग-अलग (कोतवाली व बरियातू) थाना क्षेत्रों में दो व्यक्ति ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. कोतवाली थाना क्षेत्र के अपर बाजार श्रद्धानंद रोड के मधुकर रेसीडेंसी मेंं रहनेवाले मां उग्रतारा दवा एजेंसी के संचालक सह दवा व्यवसायी सत्यजीत कुमार चौधरी (36 वर्ष) ने अपने घर में व ओला के […]

रांची : राजधानी के दो अलग-अलग (कोतवाली व बरियातू) थाना क्षेत्रों में दो व्यक्ति ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. कोतवाली थाना क्षेत्र के अपर बाजार श्रद्धानंद रोड के मधुकर रेसीडेंसी मेंं रहनेवाले मां उग्रतारा दवा एजेंसी के संचालक सह दवा व्यवसायी सत्यजीत कुमार चौधरी (36 वर्ष) ने अपने घर में व ओला के मैनेजर सुमित कु सिन्हा (33 वर्ष) ने बरियातू के रामेश्वरम कॉलोनी स्थित बसंत विहार अपार्टमेंट में किराये के मकान में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.
बेटे से झगड़े के बाद पिता ने खायी नींद की गाेली, अगले दिन बेटे ने लगा ली फांसी
श्रद्धानंद रोड स्थित मां उग्रतारा दवा एजेंसी के संचालक सत्यजीत चौधरी ने पिता सुशांत चौधरी के साथ हुए विवाद के बाद फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.
बताया जाता है कि पिता-पुत्र में रविवार की रात किसी बात को लेकर काफी झगड़ा हुआ था. उस झगड़े के बाद सुशांत चौधरी ने नींद की अत्यधिक गोली खाकर आत्महत्या की कोशिश की. पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पड़ोसियों ने आर्किड अस्पताल में भर्ती कराया था.
वहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. पिता के अस्पताल में भर्ती होने के बाद सत्यजीत चौधरी ने अपने कमरे के पंखा में चादर का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली. उस समय उनकी पत्नी अपार्टमेंट के नीचे गयी हुई थी़ जब वह घर लौटी, तो पति का कमरा बंद पाया. काफी आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी. पड़ोसियों ने भी दरवाजा खुलवाने की काफी कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
उस समय पत्नी ने यह सोचा कि वह थक कर सो गये होंगे, लेकिन जब सोमवार की सुबह भी दरवाजा नहीं खुला, तो परिजनों ने पुलिस को फोन किया. कोतवाली पुलिस ने वहां पहुंच कर दरवाजा तोड़ा. तब देखा कि अंदर कमरे में उनका शव फंदे पर झूल रहा था. पुलिस ने पत्नी के बयान पर यूडी केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा. सत्यजीत चौधरी के दो बच्चे है़ं
दोस्त पहुंचा था घर, जब दरवाजा नहीं खुला, तो पुलिस को दी सूचना दरवाजा तोड़ कर जब अंदर गये, तो ओला मैनेजर फंदे से लटका मिला
बरियातू के रामेश्वरम कॉलोनी स्थित बसंत विहार अपार्टमेंट में किराये पर रहने वाले ओला कंपनी के मैनेजर सुमित कुमार सिन्हा ने पंखे में झूल कर फांसी लगा ली. इस संबंध में उनके मित्र विवेक कुमार के बयान पर बरियातू में यूडी केस दर्ज किया गया है. सुमित कुमार सिन्हा मूल रूप से धनबाद के गोविंदपुर के निवासी थे और कुछ दिन पहले ही रांची आये थे.
विवेक के अनुसार पांच दिन पहले ही उन्होंने रामेश्वरम कॉलोनी में अपार्टमेंट में किराये पर एक फ्लैट लिया था. विवेक ने बरियातू पुलिस काे बताया 11 अगस्त को उन्होंने उनके दोनों मोबाइल नंबर पर फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगा. 12 अगस्त को भी फोन पर बात नहीं हुई.
13 अगस्त को सुमित की तलाश करते हुए उनके दोस्त तारिक हुसैन उनके अपार्टमेंट पहुंचे. वहां गार्ड मनोज कुमार रजवार के साथ वे उनके फ्लैट पर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद पाया. काफी आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो बरियातू पुलिस को फोन किया गया. बाद में दारोगा सुनील कुमार सिंह व विजय किशोर अपार्टमेंट पहुंचे और दरवाजा तोड़ा गया. दरवाजा तोड़ने के बाद पुलिस ने देखा कि सुमित कुमार सिन्हा फंदे से लटके हुए है़ं
पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा. इधर, तत्काल ही इस बात की सूचना सुमित के माता-पिता को दी गयी. उनके माता-पिता के रांची पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया गया.
ओला कंपनी ने कहा : घटना दु:खद परिवार की हरसंभव मदद करेंगे
ओला कंपनी की प्रवक्ता अनुष्का डे ने कहा कि ओला परिवार इस घटना से काफी सदमे में है. कंपनी इस घटना के अनुसंधान में पुलिस को पूरी मदद करेगी. सुमित कुमार सिन्हा के परिवार के लिए यह काफी कठिन समय है़ ओला की ओर से सुमित कुमार सिन्हा के परिवार काे हरसंभव मदद की जायेगी.

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