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रांची : तेजी से बढ़ रहा मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप, 124 लोग हो चुके हैं चिकनगुनिया के शिकार
हिंदपीढ़ी में 19 और नये मरीज मिले रांची : सामाजिक संस्था लहू बोलेगा द्वारा रिम्स माइक्रो बॉयोलॉजी के सहयोग से चार दिन तक (एक से चार अगस्त) तक ब्लड सैंपल लेकर जांच करायी गयी. पहले ही दिन 36 मरीजों में चिकनगुनिया और दो लोगों में डेंगू की की पुष्टि हुई थी. सूचना मिलने के बाद […]
हिंदपीढ़ी में 19 और नये मरीज मिले
रांची : सामाजिक संस्था लहू बोलेगा द्वारा रिम्स माइक्रो बॉयोलॉजी के सहयोग से चार दिन तक (एक से चार अगस्त) तक ब्लड सैंपल लेकर जांच करायी गयी.
पहले ही दिन 36 मरीजों में चिकनगुनिया और दो लोगों में डेंगू की की पुष्टि हुई थी. सूचना मिलने के बाद सिविल सर्जन रात आठ बजे टीम लेकर घरों में बीमार मरीजों को ढूढ़ना शुरू किया. अगले दिन चिकनगुनिया के 13 और लोगों के पीड़ित हाेने की पुष्टि हुई. वहीं, रविवार को यह आंकड़ा बढ़कर 109 पहुंच गया. सोमवार को 27 लोगों के ब्लड के सैंपल जांच की जांच की गयी, जिसमें 15 में चिकनगुनिया व चार में चिकनगुनिया व डेंगू दाेनों की पुष्टि हुई है.
रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं आठ मरीज : स्वास्थ्य विभाग ने रिम्स व सदर अस्पताल को बेहतर व्यवस्था का निर्देश दिया है. रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में आठ मरीज भर्ती है, जिसमें एक मरीज में संदिग्ध डेंगू है. वहीं, सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दो मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. इसमें से एक मरीज को डेंगू व एक को चिकनगुनिया है.
सोमवार को 64 लोगों का लिया गया ब्लड सैंपल
सदर अस्पताल द्वारा सोमवार का हिंदपीढ़ी इलाके में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों के स्वास्थ्य जांच की गयी. स्वास्थ्य जांच शिविर में लोगों की संख्या कम थी. इस कारण 64 लोगों के ही खून के नमूने जांच के लिए रिम्स भेजे गये हैं. सूत्रों की मानें, तो स्वास्थ्य जांच शिविर की जानकारी नहीं होने के कारण लोग शिविर में जांच कराने नहीं पहुंचे.
आज चार जगहों पर लगेगा जांच शिविर
सदर अस्पताल द्वारा मंगलवार को हिंदपीढ़ी के चार क्षेत्र में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जायेगा. यह शिविर अमन कॉम्युनिटी हॉल हिंदपीढ़ी, आजाद बस्ती, मिल्लत एकेडमी मल्लाह टोली व मारवाड़ी कॉलेज मंथन हॉल के पास लगाया जायेगा. जिला प्रशासन द्वारा हिंदपीढ़ी इलाके के लोगों से स्वास्थ्य जांच शिविर में आने की अपील की गयी है.
चिकनगुनिया के लिए हिंदपीढ़ी इलाके में लगातार जांच शिविर लगाया जा रहा है. जिन मरीजों में चिकिनगुनिया व डेंगू है, उन पर टीम विशेष नजर रख रही है. ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए रिम्स भेजा जा रहा है. हर दिन चार स्थान को चिह्नित कर शिविर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
डॉ वीवी प्रसाद, सिविल सर्जन
परिजन ने कहा : चिकनगुनिया से हुई फातिमा की मौत, सिविल सर्जन कह रहे जांच ही नहीं हुई
रांची : हिंदपीढ़ी हाजी सुभान गली निवासी शकील की छह माह की बेटी फातिमा खातून की मौत पर परिजन व डाॅक्टर आमने-सामने हैं. परिजनों का कहना है कि उन्हें डॉक्टर ने बताया था कि फातिमा में चिकनगुनिया के लक्षण दिख रहे हैं.
कुछ दवाएं भी दी थी. ऐसे में चिकनगुनिया से ही मौत हुई है. वहीं, सिविल सर्जन डॉ वीवी प्रसाद ने बताया कि बच्ची की मौत चिकनगुनिया से हुई है या नहीं, यह बिना ब्लड जांच के कैसे स्पष्ट किया जा सकता है.
डॉ प्रसाद ने बताया कि वह खुद फातिमा के परिवार से मिले थे. पिता से बातचीत हुई, तो उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार था. दो डॉक्टर को दिखाये थे.
मौत से पहले बच्ची को दस्त भी हुआ था. हालांकि, शकील का कहना है कि शुक्रवार को उनकी बेटी की तबीयत खराब हुई थी. उसे बुखार आ रहा था. इसलिए परिजन उसे चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अजीत शर्मा के पास इलाज के लिए ले गये. डॉ शर्मा ने कहा कि बच्ची को चिकेनगुनिया है. हालांकि, इसके लिए उन्होंने कोई खून जांच नहीं करायी थी. डॉक्टर से दिखाकर लौटने के बाद भी बच्ची की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. शनिवार को दोबारा उसे डॉ शर्मा के पास ले गये.
उन्होंने दवा दी, लेकिन बच्ची की स्थिति नहीं सुधारी. फिर से परिजन बच्ची को लेकर डॉ शर्मा के पास गये, लेकिन वे नहीं मिले. इसके बाद परिजन बच्ची को लेकर डॉक्टर के पास गये. वहां से दवा लेकर घर लौटे, जिसके बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ गयी अौर उसने दम तोड़ दिया. परिवार के लोग बच्ची को लेकर सबसे पहले आस्था अस्पताल पहुंचे, जहां के डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. यहां से परिजन बच्ची को लेकर रानी चिल्ड्रेन अस्पताल लेकर गये. वहां भी डॉक्टरों ने बताया की बच्ची की मौत हो चुकी है. परिजन रोते-बिलखते घर लौट गये. रविवार को डोरंडा स्थित कब्रिस्तान में उसे मिट्टी दे दी गयी.
परिवार के अन्य सदस्य भी पड़ गये थे बीमार
जिस छह माह के बच्ची की मौत हुई है, उसके घर में उसके नाना अब्दुल कलाम, मामा सैफ, सलाउद्दीन अौर साकिब भी पहले से बीमार थे. उन लोगों को लगा कि उन्हें चिकनगुनिया हो गया है. उनलोगों ने निजी चिकित्सक से अपना इलाज कराया. धीरे-धीरे उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है. हालांकि, इन लोगों के भी खून की जांच नहीं हुई है.
हज यात्री अब्दुल रहमान भी थे बीमार
हिंदपीढ़ी निवासी अब्दुल रहमान भी बीमार पड़ गये थे. उन्होंने कहा कि उन्हें बुखार हो गया था, जो तीन दिनों तक रहा. उन्हें लग रहा था कि उन्हें चिकनगुनिया हो गया है. वे डॉक्टर के पास गये, तो डॉक्टर ने उन्हें कहा कि उन्हें सामान्य बुखार है. वे नौ अगस्त को अपनी पत्नी शगुफ्ता हयात के साथ हज पर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सक ने उन्हें जाने की सलाह दे दी है.
सुबोधकांत ने कहा, सरकार व प्रशासनिक उदासीनता के कारण चली गयी बच्ची की जान
रांची : पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राजधानी रांची चिकनगुनिया व डेंगू की चपेट में है. यह सरकार के लिए शर्मनाक बात है. सरकार और प्रशासनिक पदाधिकारियों की संवेदनहीनता की वजह से एक बच्ची की मौत हो गयी है. श्री सहाय सोमवार को मेन रोड स्थित नगर कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि राजधानी में सैकड़ों मरीज इस भयावह स्थिति से लड़ रहे हैं और सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी है. नदियों, नालों की सफाई आज तक नहीं हुई. लोगों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है. डैम से मटमैला पानी का सप्लाई हो रहा है. मौके पर वार्ड 23 की पार्षद साजदा खातून, शमसेर आलम, राकेश सिन्हा, दीपक लाल, विनय सिन्हा दीपू मौजूद थे.
महुअा माजी ने कहा
स्वच्छता की सर्वे रिपोर्ट प्रयोजित और जनता को भरमाने के लिए
रांची : झामुमो महिला मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ महुआ माजी के नेतृत्व में झामुमो की एक टीम ने सोमवार को शहर के हिंदपीढ़ी इलाके के विभिन्न गलियाें का दौरा किया. इलाके में गंदगी से बजबजाती नालियों एवं कूड़ा, कचरा के बीच रह रहे लोगों से बात की. निरीक्षण के क्रम में महुआ माजी ने सवाल उठाया कि अभी कुछ ही सप्ताह पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में रांची शहर को काफी अच्छी रैंकिंग मिली थी. तो फिर गंदगी के मामले में पूरे शहर की ऐसी नारकीय स्थिति क्यों है, क्या जनता को भरमाने के लिए ये झूठे प्रायोजित सर्वे रिपोर्ट हैं. दौरे में डॉ माजी के साथ मुख्य रूप से झामुमो के अरुण वर्मा, आफताब आलम, संध्या गुड़िया, मो फिरोज, गुलाम रब्बानी, नीतू लिंडा, सुषमा बरदेवा तथा अन्य उपस्थित थे.
150 सफाई कर्मचारी लगाये गये, रात आठ बजे से तड़के तीन बजे तक हिंदपीढ़ी में चला सफाई अभियान
चिकनगुनिया और डेंगू फैलने के बाद रेस हुआ रांची नगर निगम
रांची : समस्या जब तक गंभीर नहीं हो जाती, तब तक रांची नगर निगम उसकी सुध नहीं लेता है. हिंदपीढ़ी के मामले में भी ऐसा ही हुआ है. यहां सौ से ज्यादा चिकनगुनिया और आधा दर्जन डेंगू के मरीज मिलने के बाद नगर निगम ने युद्ध स्तर पर सफाई अभियान शुरू किया है. मामले की गंभीरता को समझते हुए नगर आयुक्त डॉ शांतनु अग्रहरि ने रविवार को हिंदपीढ़ी का दौरा किया था और पूरे क्षेत्र में मिशन मोड में सफाई अभियान चलाने का आदेश दिया था.
डॉ अग्रहरि के आदेश पर 150 सफाईकर्मियों को लगाकर रविवार रात आठ बजे से वार्ड नंबर-22 और वार्ड नंबर-23 में विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया. यह अभियान सोमवार तड़के तीन बजे तक चला.
इस दौरान मोहल्ले की एक-एक नालियों से कचरा निकाल कर उसका उठाव करवाया गया. साथ ही इनमें ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया गया. मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए विशेष स्प्रे कराया गया और वयस्क मच्छरों को नष्ट करने के लिए पांच वाहनों से हर गली व मोहल्ले में फॉगिंग करायी गयी. सोमवार को भी पूरे दिन क्षेत्र की नालियों की सफाई करवायी गयी. अभियान में लगे निगम के कर्मचारी और अधिकारी लोगों से अपील कर रहे थे कि अगर किसी मोहल्ला में कहीं कचरा जमा है या नाली जाम है, तो उसकी सूचना दी जाये, ताकि उसकी सफाई करवायी जा सके.
अतिक्रमण करनेवालों से वसूला जुर्माना : रांची नगर निगम की एक टीम सोमवार को हिंदपीढ़ी इलाके में रोड और नाली पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान चला रही थी. इस अभियान के तहत लोगों से 5000 रुपये का जुर्माना वसूला गया. निगम के अधिकारियों ने बताया कि नाली के ऊपर में ढलाई कर दिये जाने के कारण नालियों की सफाई में परेशानी आ रही है. इसलिए ऐसे लोगों से जुर्माना वसूला जा रहा है. निगम के अधिकारियों ने बताया कि विशेष सफाई अभियान सोमवार को भी पूरी रात चलेगा.
पूरे रांची में विशेष सफाई अभियान चलाने की मांग : वार्ड नंबरा-13 की पार्षद पूनम देवी ने नगर आयुक्त से शहर के सभी 53 वार्डों में विशेष सफाई अभियान चलाने की मांग की है.
नगर निगम की पूरी टीम सफाई में लगी हुई है. घर-घर से कचरा उठाया जा रहा है. ब्लीचिंग पाउडर अौर मच्छर मारने वाली दवा का भी छिड़काव हो रहा है. यदि कहीं से कचरा न उठे, तो लोग निगम की टीम से संपर्क कर सकते हैं. लोग को इस काम में निगम की टीम का सहयोग करना चाहिए. नाली में कचरा न डालें अौर न ही इसे इधर-उधर फेंके. ऐसा करने वालों जुर्माना लगाया जायेगा.
डॉ साजदा खातून, पार्षद, वार्ड नंबर 23
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