23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों में सभी झारखंड के

मुख्यमंत्री ने पुलिस अवर निरीक्षकों को बांटा नियुक्ति पत्र, मौके पर अपने संबोधन में कहा मुख्यमंत्री ने कहा रौब जमाने के लिए नहीं, सेवा के लिए मिली है नौकरी अधिकारी बनने के बाद किसी में भी जाति, धर्म, भाषा या प्रांत की भावना नहीं आनी चाहिए रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रोजेक्ट भवन में […]

मुख्यमंत्री ने पुलिस अवर निरीक्षकों को बांटा नियुक्ति पत्र, मौके पर अपने संबोधन में कहा

मुख्यमंत्री ने कहा
रौब जमाने के लिए नहीं, सेवा के लिए मिली है नौकरी
अधिकारी बनने के बाद किसी में भी जाति, धर्म, भाषा या प्रांत की भावना नहीं आनी चाहिए
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रोजेक्ट भवन में 2645 पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा कि शत प्रतिशत नियुक्तियां झारखंड के लोगों की ही हुई है. राज्य सरकार ने 2645 पदों में से 83 प्रतिशत नियुक्तियां झारखंड के निवासियों से भरी है. चयनित निरीक्षकों में से केवल 17 प्रतिशत बाहरी राज्यों के निवासी हैं, लेकिन वह भी पिछली तीन पीढ़ियों से झारखंड के निवासी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से अब तक पुलिस विभाग में 11451 नियुक्तियां की जा चुकी हैं.
इनमें पुलिस अवर निरीक्षक, परिचारी, वायरलेस ऑपरेटर, सहायक पुलिस, पुलिस उपाधीक्षक के पद शामिल हैं. नियुक्त किये जा रहे अवर निरीक्षकों में से 223 महिलाएं हैं. महिलाएं आज हर क्षेत्र में सबसे आगे हैं. देश का नाम रोशन कर रही हैं. राज्य में सत्ता संभालने के साथ ही हमारी सरकार ने नियुक्तियों पर खास ध्यान दिया है. आनेवाले समय में और नियुक्तियां की जायेंगी.
नवनियुक्त अवर निरीक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा : गरीब को थाना में सम्मान दें. गरीब, आदिवासी, दलित, शोषित और वंचित वर्ग की वजह से ही लोकतंत्र जिंदा है. यह सभी सम्मान के हकदार हैं. उनके प्रति अच्छा व्यवहार रहना चाहिए. हमें झारखंड में सबसे व्यवहार कुशल पुलिस बनाना है. आप लोगों की सेवा करने के लिए दारोगा बने हैं, रौब दिखाने के लिए नहीं. आजाद भारत में रौब का कोई स्थान नहीं है. क्षेत्र के लोगों के साथ संपर्क बनाकर रखें. कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने में योगदान दें. ईमानदारी की जिंदगी में सुकून है. ईश्वर ने सेवा का एक मौका दिया है. अधिकारी बनने के बाद किसी में भी जाति, धर्म, भाषा या प्रांत की भावना नहीं आनी चाहिए. यह सब नितांत निजी मामला ही रहना चाहिए. सभी को न्याय दिलाना आपका दायित्व है.
कर्तव्य से ऐसी पहचान बनायें कि देश और समाज आपको सैल्यूट करे. आपका सम्मान करे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारी का सम्मान नहीं होता है. जीवन में सफलता के लिए अनुशासन जरूरी है. सुरक्षा सेवा में लगे अधिकारियों के लिए यह और भी ज्यादा जरूरी है. आधुनिक जीवन में अपराध का रूप भी आधुनिक हो गया है. अब साइबर क्राइम बढ़ रहा है. इस पर भी नियंत्रण के लिए अपडेट रहें. श्री दास ने कहा कि भौतिकतावादी युग में परिवार के परिवार आत्महत्या कर रहे हैं. कर्ज और तनाव के कारण ऐसा हो रहा है.
पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी समाज में जागरूकता फैलाने की भी है. तरह-तरह के नाम से विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करनेवाली विदेशी शक्तियों के प्रति भी चौकस रहने की जरूरत है. मौके पर गृह सचिव एसकेजी रहाटे व पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय ने भी नव नियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को संबोधित किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार बर्णवाल, डीजी नीरज सिन्हा, डीजी पीआरके नायडु, एडीजी अनिल पालटा, एडीजी अनुराग गुप्ता, एडीजी आरके मल्लिक, एडीजी रेजी डुंगडुंग समेत पुलिस विभाग के वरीय पुलिस अधिकारी, नवनियुक्त अवर निरीक्षक व अभिभावक समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें