रांचीः डीसी विनय कुमार चौबे ने कहा है कि बाल अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है. इसके लिए सभी संबंधित विभागों के बीच समन्वय और तालमेल रखना जरूरी होगा. यह बातें श्री चौबे शनिवार को समाहरणालय में समाज कल्याण, महिला व बाल विकास विभाग और जिला बाल संरक्षण इकाई /संस्था, रांची के तत्वावधान में समेकित बाल संरक्षण योजना के अंर्तगत एक दिनी कार्यशाला में कहीं.
डीसी ने कहा कि बच्चों की क्या जरूरतें हैं, जरूरतों के अनुरूप संसाधन क्या हैं, इसको देखना होगा. इसे योजनाबद्घ तरीके से करने की जरूरत है. तभी बालश्रम की समस्या पर समाधान निकाला जा सकता है. अधिकारी दुर्गा शंकर ने समेकित बाल संरक्षण योजना की जानकारी दी. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सेवक राम लोहरा ने जिले की आवश्यकता का आकलन और कार्य योजना को रखा.
बाल संरक्षण के ज्वलंत मुद्दों जैसे, बालश्रम, बाल तस्करी, बाल विवाह, बच्चों के साथ र्दुव्यवहार आदि मुद्दों पर कार्यशाला में आये पुलिस पदाधिकारी, शिक्षा व श्रम पदाधिकारी तथा गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ परिचर्चा हुई. मौके पर किशोर न्याय बोर्ड के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट लक्ष्मी कांत, डालसा के सचिव संतोष कुमार, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष जहांआरा सहित कई लोगों ने भी अपने विचार रखें.
इस अवसर पर जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थे.