नगर निगम ने पिछले वर्ष सात करोड़ से शहर के 10 तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया था
उत्तम महतो
रांची : रांची नगर निगम ने पिछले वर्ष करीब सात करोड़ की लागत से शहर के 10 तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया था. इसके पीछे तर्क दिया गया कि इससे तालाबें गहरी होंगी. चारों ओर घाट बनाया जायेगा. तालाब में अधिक पानी के स्टोरेज होने से आसपास के क्षेत्रों में पानी का लेबल भी बना रहेगा, लेकिन तालाबों पर सौंदर्यीकरण कार्य का उलटा असर दिख रहा है. तालाबों को चारों ओर कंक्रीट की चहारदीवारी बना दी गयी है. इस कारण बारिश का पानी तालाब में जाने के बजाय, यूं ही बह जा रहा है. यही कारण है मॉनसून के आये हुए डेढ़ माह होने को हैं, लेकिन अब तक इन तालाबों में आधा पानी भी नहीं भरा है. आसपास के लोग भी निगम के इस कार्य पार सवाल उठा रहे हैं.
गर्मी के दिनों की याद दिला रहे ये तालाब : नगर निगम ने प्रगति पथ स्थित न्यू छठ तालाब (भट्ठी तालाब, घासी तालाब, धुमसा टोली तालाब) का उदघाटन पिछले वर्ष ही किया था. इस मौसम में अभी ये तालाब पानी से लबालब होने चाहिए थे, लेकिन इन तालाबों में आधा से भी कम पानी है. कुछ ऐसी ही स्थिति चुटिया स्थित बनस तालाब व मधुकम तालाब की भी है. बरसात के शुरुआती दिनों में ही पानी से लबालब हो जाने वाले ये तालाब अभी तक नहीं भरे हैं. बरसात के दिनों में बनस तालाब से पानी ओवरफ्लो होकर बहू बाजार से चुटिया जाने वाले पथ में बहता था, लेकिन अभी तक यह तालाब आधा भी नहीं भरा है. कुछ ऐसी ही स्थिति अरगोड़ा तालाब, कडरू तालाब व जोड़ा तालाब की भी हो गयी है.
टुनकी टोली तालाब : रिम्स से कोकर आनेवाली सड़क में टुनकी टोली तालाब पड़ता था. हर वर्ष बरसात शुरू होते ही यह तालाब पानी से भर जाता था. तालाब से पानी ओवरफ्लो करके सड़क से बहते हुए नीचे के खेत में गिरता था, लेकिन इस वर्ष यह तालाब अभी तक आधा ही भरा है.
तेतर टोली तालाब की स्थिित ठीक है : नगर निगम द्वारा पिछले वर्ष शहर के जिन 10 तालाबों का सौंदर्यीकरण किया गया था, उसमें तेतर टोली तालाब भी शामिल है. इस तालाब में पानी लबालब भरा हुआ है.
क्यों हुई ऐसी स्थिति
नगर निगम ने सौंदर्यीकरण कार्य के तहत तालाबों की गहराई तो बढ़ा दी. लेकिन इन तालाबों में पानी कहां से आयेगा, इस पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया. सौंदर्यीकरण कार्य के तहत चारों तरफ चहारदीवारी बना दी गयी है. इस कारण बरसात के दिनों में इन तालाबों में सड़क, मैदान व खेत से होकर जो पानी गिरता था, वह अब नहीं गिर रहा है. इस कारण तालाबों की एेसी स्थिति हो गयी है.
इन तालाबों का निगम ने कराया है सौंदर्यीकरण
मधुकम तालाब, दिव्यायन तालाब, हातमा बस्ती तालाब, धुमसा टोली तालाब, तेतर टोली तालाब, टुनकी टोली तालाब, जोड़ा तालाब, कडरू तालाब व अरगोड़ा तालाब.
नगर निगम की दलील
इस वर्ष बारिश की स्थिति भी अच्छी नहीं होने के कारण तालाब पानी से नहीं भर पाये हैं. पूर्व में इन तालाबों में जो पानी आता था, वह अधिकतर नाली का पानी आता था. इस बार इसे पूरी तरह से रोक दिया गया है. तालाब में जो भी पानी है. वह पूरी तरह से साफ है. नाली का पानी नहीं आने के कारण व अच्छी बारिश नहीं होने के कारण तालाब पानी से लबालब नहीं हुए हैं.
विजय भगत, अधीक्षण अभियंता, नगर निगम