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रांची : पहाड़ी मंदिर से हटाया जा सकता है फ्लैग पोल, समिति के कार्यों का ऑडिट भी होगा
आज पहाड़ी मंदिर परिसर की जांच करने पहुंचेगी एलएंडटी कंपनी की टीम रांची : रांची पहाड़ी और यहां स्थित भगवान शिव के मंदिर को बचाने का प्रयास जिला प्रशासन की ओर से शुरू हो गया है. सूत्रों के अनुसार रांची पहाड़ी पर लगाये गये फ्लैग पोल को भी हटाया सकता है. हालांकि, यह निर्णय एलएंडटी […]
आज पहाड़ी मंदिर परिसर की जांच करने पहुंचेगी एलएंडटी कंपनी की टीम
रांची : रांची पहाड़ी और यहां स्थित भगवान शिव के मंदिर को बचाने का प्रयास जिला प्रशासन की ओर से शुरू हो गया है. सूत्रों के अनुसार रांची पहाड़ी पर लगाये गये फ्लैग पोल को भी हटाया सकता है. हालांकि, यह निर्णय एलएंडटी (लार्सन एंड टर्ब्रो) कंपनी के विशेषज्ञों की टीम की रिपोर्ट के आधार पर होगा, जिसे जिला प्रशासन ने मंगलवार को पहाड़ी मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के लिए बुलाया गया है.
पहाड़ी मंदिर समिति की सचिव सह सदर एसडीओ अंजलि यादव ने कहा है कि पहाड़ी मंदिर जीर्णोद्धार के नाम पर पहाड़ी मंदिर में अब तक किये गये कार्यों का ऑडिट कराया जायेगा. ऑडिट की पूरी प्रक्रिया विशेष कंपनी द्वारा कराया जायेगा. उन्होंने कहा है कि पूर्व में किये गये कई कार्यों को अधूरा छोड़ दिया गया है. उर्मिला कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य किये जा रहे थे. हाल में मिट्टी का काफी कटाव हुआ है. इस मामले में उर्मिला कंस्ट्रक्शन को ब्लैकलिस्टेड भी किया जा सकता है.
पहाड़ी का वर्तमान देख भविष्य बतायेगी टीम
एसडीओ अंजलि यादव ने बताया कि एलएंडटी कंपनी इसके लिए कोई शुल्क नहीं लेगी. वह सीएसआर के तहत यह सुविधा जिला प्रशासन को देने को तैयार है.
कंपनी के विशेषज्ञों की टीम पहाड़ी मंदिर की वर्तमान स्थिति और भविष्य का अनुमान लगाते हुए इसे सुरक्षित करने के संबंध में अपनी रिपोर्ट देगी. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई जिला प्रशासन व पहाड़ी मंदिर विकास समिति द्वारा मिलकर की जायेगी. रांची स्मार्ट सिटी के निर्माण में भी एलएंडटी की सहभागिता है. मंगलवार को मंदिर परिसर के निरीक्षण में एलएंडटी कंपनी के प्रतिनिधियों के अलावा रांची उपायुक्त, एसडीओ व पहाड़ी मंदिर विकास समिति के सदस्य भी शामिल होंगे.
यहीं से बिगड़े हालात
दो साल पहले पहाड़ी मंदिर पर 493 फीट ऊंचे फ्लैग पोल स्थापित किया गया, जिस पर 23 जनवरी 2016 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 30.17 मीटर लंबे और 20.12 मीटर चौड़ा तिरंगा झंडा फहराया गया.
तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहाड़ी मंदिर के नीचे बने समारोह स्थल से बटन दबाकर यह तिरंगा फहराया था. झंडे आैर फ्लैग पोल के लिए उद्योगपति विष्णु अग्रवाल ने पहाड़ी मंदिर विकास समिति को एक करोड़ 80 लाख रुपये दिये थे. मौजूदा समय में इस फ्लैग पोल का रख-रखाव भी सही ढंग से नहीं हो रहा है. झंडा चढ़ाने वाला मोटर भी कई महीनों से खराब पड़ा है. झंडा के लिए लगाया गया पोल अब केवल दिखावा मात्र ही रह गया है.
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