रांची: आपदा प्रबंधन से संबंधित आंकड़े संग्रह करने के लिए उपायुक्त विनय कुमार चौबे की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई. अधिकारियों की ओर से तैयार कराये गये प्रतिवेदन के आधार पर भारतीय प्रबंधन संस्थान रांची के विद्यार्थी राज्य आपदा प्रबंधन पर नीति तैयार करेंगे और बेहतर उपाय सुझाये जायेंगे.
बैठक में कहा गया कि सूचना प्रौद्योगिकी, क्षेत्रीय ज्ञान, लोगों से ताल-मेल बैठा कर इससे आसानी से लड़ा जा सकेगा. संभावित आपदा, मानवनिर्मित आपदा व प्राकृतिक आपदा से लोगों को समय रहते बचाने के लिए उपाय किये जायेंगे. लोगों को इस संबंध में जागरूक करने पर बल दिया गया. आपदा से त्वरित बचाव के बारे में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया. उपायुक्त श्री चौबे ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा से तुरंत कैसे निपटा जाये, इसके लिए प्रत्येक स्तर पर सतर्कता बरती जाये.
जिला अग्निशामक अधिकारियों से कहा कि वे जिले में बड़े व बहुमंजिले भवनों में लगे अग्निशामक यंत्रों की जांच करें, जिससे इन भवनों में आग लगने पर समय रहते नियंत्रण किया जा सके. अगिAशमन यंत्र क्रियाशील होने पर ही एनओसी दें. जांच को विभागीय रूटीन में शामिल किया जाये.
बैठक में उपस्थित आइआइएम के विद्यार्थी प्रीति कुमारी, रौनक रावत व गौरव राज से उपायुक्त ने कहा की वे हिंडालको (मुरी), सीसीएल (खेलारी) खनन क्षेत्र, एचइसी, टाटीसिलवे औद्योगिक क्षेत्रों का निरीक्षण करके वहां के उच्च जोखिम क्षेत्रों की पहचान करें. वहां पर बरती जानेवाली आवश्यक सावधानियों को चिह्न्ति करें. इस अवसर पर जिला परिषद की अध्यक्ष सुंदरी तिर्की, एसपी अनूप बिरथरे, परियोजना पदाधिकारी कर्नल संजय कुमार श्रीवास्तव, सिविल सजर्न गोपाल श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व आइआइएम-आर के विद्यार्थी उपस्थित थे.