पिस्कानगड़ी : झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादन महासंघ लिमिटेड ने पांचवां स्थापना दिवस बुधवार को नगड़ी स्थित स्वर्णरेखा होटल में मनाया. मौके पर दुग्ध उत्पादक किसान संगोष्ठी आयोजित की गयी. मुख्य अतिथि मेधा डेयरी के प्रबंध निदेशक बीएस खन्ना ने कहा कि झारखंड में दुग्ध उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं. इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन प्रबंधन करना होगा. दुधारू पशु को समय पर टीका सहित बीमारी से बचाने के लिए पशु चिकित्सकों की राय जरूरी है. क्योंकि पशुअों में होनेवाली बीमारियों की जानकारी नहीं होने के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है.
निदेशक ने राज्य में दिनों दिन बढ़ते दूध उत्पादन पर प्रसन्नता व्यक्त की. बताया कि पिछले चार वर्षों में दूध का संग्रहण 12 हजार लीटर से बढ़ कर एक लाख 25 हजार लीटर प्रतिदिन हो गया है. इसमें लगभग 20 हजार गांवों के लाखों किसान शामिल हैं. मिल्क फेडरेशन के प्रबंधक एसी सिन्हा ने कहा कि जिस तरह इंसान को स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक भोजन की आवश्यकता होती है, उसी तरह पशुअों को भी पौष्टिक भोजन दें. दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए पशुअों को हरा चारा,
मिनरल व शुद्ध पानी पिलाना जरूरी है. उन्होंने पशुअों का बीमा कराने की भी सलाह दी. गव्य विभाग झारखंड के सहायक निदेशक मुकुल प्रसाद सिंह ने बताया कि फेडरेशन व किसानों के अथक प्रयास का फल है कि झारखंड में दुग्ध उत्पादन इतनी तेजी से बढ़ा है. इस गति को और तेज करने की जरूरत है. जो भी चुनौतियां आयेंगी, उसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ना है. किसानों को उनके उत्पादन की उचित राशि समय पर मिलनी चाहिए ताकि उनका हौसला बना रहे. सरकार हर संभव मदद करेगी. कार्यक्रम के दौरान सबसे अधिक दूध संग्रह करनेवाली दुग्ध संग्रहण समिति को कप देकर सम्मानित किया गया.
इनमें प्रथम रांची का चोरेया दुग्ध संग्रहण केंद्र, द्वितीय रांची का ही हरही दुग्ध संग्रहण केंद्र व तृतीय बोकारो जिला दुग्ध संग्रहण केंद्र रहा. स्वागत भाषण फेडरेशन के नरेंद्र शर्मा व धन्यवाद ज्ञापन जयदेव विश्वास ने किया. मौके पर किसानों ने प्रबंध निदेशक बीएस खन्ना को विदाई दी. वे इस माह के अंत में सेवानिवृत्त होनेवाले हैं. इस अवसर पर प्रियंका टोप्पो, शैलेंद्र कुमार, अनुज कुमार पांडेय, राजीव कुमार, नीरज कुमार मिश्रा, प्रेम शंकर तिवारी, बिश्वेसर साही, भानु महतो, अरविंद, अमित, सोनाराम, रीना टोप्पो, रंभा देवी, वीणा देवी सहित अन्य मौजूद थे.