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रांची : लोकतंत्र के सेनानी होंगे सम्मानित, राज्य सरकार से हो रही है बात : अश्विनी चौबे

सम्मान दिलाने के िलए केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे बात : सुदर्शन रांची : लोकतंत्र सेनानी संघ की ओर से आरोग्य भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आपातकाल के संघर्षों में शामिल लोगों ने अपनी यादें ताजा की. वक्ताओं ने ‘1975 आपतकाल : लोकतंत्र की हत्या’ विषय पर अपनी बातें रखीं. आपातकाल में शामिल लोग […]

सम्मान दिलाने के िलए केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे बात : सुदर्शन
रांची : लोकतंत्र सेनानी संघ की ओर से आरोग्य भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आपातकाल के संघर्षों में शामिल लोगों ने अपनी यादें ताजा की. वक्ताओं ने ‘1975 आपतकाल : लोकतंत्र की हत्या’ विषय पर अपनी बातें रखीं.
आपातकाल में शामिल लोग सरकार के रवैये से क्षुब्ध भी दिखे. वक्ताओं ने कहा कि सरकार अन्य राज्यों की तरह हमें भी सम्मान दे, मान पत्र दे.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उस समय आपातकाल का विरोध करनेवाले हर वे लोग जिन्होंने सामने रहकर और भूमिगत होकर इसके विरोध में काम किया, वे सम्मान के पात्र हैं.
लोकतंत्र के सेनानियों को सम्मान की आवश्यकता है. इस बारे में केंद्र राज्य सरकारों से बात कर रही है. उन्होंने आश्वासन भी दिया कि इस बारे में केंद्र सरकार से बात भी करेंगे. उन्होंने कहा कि आपातकाल के 43 वर्ष हो गये. युवाओं को यह बताने की जरूरत है. ताकि, लोग आपातकाल के संघर्षों को जानें. श्री चौबे ने कहा कि राज्यों में भी आपातकाल के सेनानियों को सम्मान मिलना चाहिए.
आपातकाल लगा कर कांग्रेस ने घिनौना काम किया था
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि देश में आपातकाल तीन बार लगा. पहली बार 1962 में चीन की लड़ाई के वक्त आपातकाल लगा था. दूसरी बार वर्ष 1971 में व वर्ष 1975 में आपातकाल लगाया गया.
आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने घिनौना काम किया था. कांग्रेस को बताना होगा कि वो कौन से हालात थे, जिसके लिये आपातकाल लगाना पड़ा. उन्होंने कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं. उन्होंने पूछा कि स्व इंदिरा गांधी ने किस हालात के लिए आपातकाल की घोषणा की थी?
आपातकाल से जुड़े लोगों को सम्मानित करने के लिए सरकार से होगी बात
जनजातीय कार्यक्रम कार्यान्वयन एवं सहकारिता मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि वो आपातकाल से जुड़े लोगों को सम्मान मिले, इसके लिए राज्य सरकार से बात करेंगे. लोकतंत्र सेनानी संघ के अध्यक्ष डॉ सूर्यमणि सिंह ने आपातकाल की घोषणा पर प्रकाश डाला.
उन्होंने लोकतंत्र के लिए संघर्ष करनेवालाें को सम्मान देने की मांग की. साथ ही कहा कि आपातकाल से जुड़ी बातों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे इसे जान सके. मौके पर हजारीबाग के पूर्व सांसद प्रो यदुनाथ पांडेय, तारकेश्वर, विनय सोनी, शशिभूषण, शंकर चौधरी व कमलाकांत मिश्रा समेत अन्य लोगों ने अपनी बातें रखीं. कार्यक्रम में पूरे राज्य से आपातकाल के दिनों में संघर्ष करनेवाले लोग शामिल थे.

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